सरकार ने घरेलू कच्चे तेल पर घटाया विंडफॉल टैक्स, डीजल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी में इजाफा

Tuesday, Mar 21, 2023 - 12:22 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः सरकार ने देश की पेट्रोलियम कंपनियों को बड़ी राहत दी है। केंद्र सरकार ने सोमवार को कच्चे पेट्रोलियम तेल के घरेलू उत्पादन पर होने वाले विंडफॉल टैक्स को 4400 रुपए प्रति टन से 900 रुपए घटाकर 3,500 रुपए प्रति टन कर दिया। इससे पेट्रोल और एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) दोनों को निर्यात लेवी से मुक्त रखते हुए डीजल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी को 0.50 रुपए से बढ़ाकर 1 रुपए प्रति लीटर हो गया है। सरकार के इस फैसले से आम लोगों के लिए डीजल के रेट बढ़ गए हैं। ये नई दर 21 मार्च से प्रभावी होगी।

सूत्रों के मुताबिक सरकार ने जो घरेलू कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स कम किया है। इससे देश में पेट्रोल-डीजल के कीमतें घटने की संभावना बढ़ गई है। सरकार ने घरेलू कच्चे तेल के निर्यात पर टैक्स को कम किया है। इसका मतलब है कि घरेलू बाजार में अब तेल की आपूर्ति में काफी सुधार हुआ है। इससे कंपनियां द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती करने की उम्मीद है। बता दें कि सरकार के इस कदम से घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि विंडफॉल टैक्स सिर्फ उसी तेल पर कम किया गया है, जिसका देश में उत्पादन हो रहा है।

इससे पहले सरकार ने 4 मार्च को सरकार ने स्थानीय रूप से उत्पादित कच्चे तेल पर अप्रत्याशित कर को 4350 रुपए प्रति टन से बढ़ाकर 4400 रुपए प्रति टन कर दिया था। हालांकि अब इसे घटा दिया गया। डीजल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी को घटाकर 0.5 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया और एटीएफ के लिए निर्यात शुल्क को खत्म कर दिया गया।

जानिए पहली बार कब लगा था विंडफॉल टैक्स

भारत ने पहली बार 1 जुलाई, 2022 को पेट्रोल और एटीएफ पर 6 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगाकर अप्रत्याशित लाभ कर लगाया। घरेलू कच्चे तेल के उत्पादन पर 23,250 रुपए प्रति टन अप्रत्याशित लाभ कर भी लगाया गया था। अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर शुल्क हर पखवाड़े में संशोधित किया जाता है।
 

jyoti choudhary

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