गूगल-फेसबुक जैसी मल्टीनेशनल कंपनियाें पर टैक्स लगाने की तैयारी में सरकार

Thursday, Oct 10, 2019 - 01:09 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत विदेशी डिजिटल कंपनियों के माध्यम से प्रॉफिट कमाने की तैयारी कर रहा है। इस बार प्रॉफिट के लिए गूगल, फेसबुक, एपल जैसी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों पर लगाम कसी जा सकती है। दरअसल सरकार इन बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों पर टैक्स लगाने की तैयारी कर रही है। ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट (ओईसीडी) ने खासतौर पर बड़ी इंटरनेट कंपनियों पर टैक्स लगाने के सरकार के अधिकारों को बढ़ाने के लिए नए उपायों को लागू करने का प्रस्ताव दिया है। 130 से अधिक देशों और क्षेत्रों ने ओईसीडी को प्रस्ताव लाने को कहा है।

इन कंपनियों को भी चुकाना होगा टैक्स
इस नियम के लागू होने पर दुनियाभर की डिजिटल कंपनियों को ज्यादा टैक्स चुकाना होगा। भारत में यह टैक्स कितना होगा, अभी यह तय नहीं हुआ है। भारत सरकार पहले ही सिग्निफिकेंट इकोनॉमिक प्रिजेंस (एसईपी) फ्रेमवर्क तैयार कर रही है, जहां देश में मौजूद डिजिटल कंपनियों पर टैक्स लगाया जा सकेगा, भले ही उनके पास स्थायी दफ्तर हो या न हो। इसका यह मतलब हुआ कि ऐसी कंपनियां जिनका भारत में एक भी ऑफिस या कर्मचारी न हो, उन्हें भी टैक्स चुकाना पड़ेगा। इससे देश में काम कर रही कई डिजिटल कंपनियों के कामकाज पर असर पड़ेगा।

टैक्स हेवेन में अपना बेस सेट-अप करती हैं कंपनियां
पिछले साल सरकार ने कहा था कि वैश्विक डिजिटल कंपनियों का बड़ा कंज्यूमर बेस होने के बाद भी वे घरेलू तौर पर पर्याप्त टैक्स नहीं चुका रही हैं। ऐसे में इन दिग्गज कंपनियों को लोकल टैक्स के दायरे में लाने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कई कंपनियां टैक्स चुकाने से बचने के लिए आयरलैंड जैसे कम टैक्स दायरे वाले देशों में स्थापित करती हैं। इससे वे अधिक मुनाफा कमा पाती हैं और पेटेंट जैसे असेट भी अपने पास रख पाती हैं।

 

Supreet Kaur

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