सरकारी गोदामों में अनाज की भरमार: गेहूं स्टॉक 3 साल के उच्चतम स्तर पर, चावल में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी
punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 05:20 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः देश के कई राज्यों में गेहूं की कटाई और सरकारी खरीदी शुरू हो चुकी है और इसी बीच गेहूं को लेकर एक राहत भरी खबर सामने आई है। सरकारी गोदामों में गेहूं का स्टॉक इस साल 57% बढ़कर पिछले तीन सालों के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। इससे घरेलू बाजार में आपूर्ति को लेकर बनी चिंताएं कम हुई हैं और कीमतों को नियंत्रित रखने में सरकार को मदद मिलेगी।
1 अप्रैल तक 1.18 करोड़ टन गेहूं स्टॉक
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1 अप्रैल 2025 तक सरकारी गोदामों में 1.18 करोड़ मीट्रिक टन गेहूं का भंडार मौजूद था, जो कि सरकार के तय लक्ष्य 74.6 लाख टन से कहीं ज्यादा है। यह पिछले साल की तुलना में 40 लाख टन अधिक है। एक अंतरराष्ट्रीय ट्रेडिंग फर्म के मुताबिक, “अगर इस साल सरकार खरीद का पूरा लक्ष्य हासिल नहीं भी कर पाती, तब भी बाजार में गेहूं की सप्लाई बनाए रखने के लिए पर्याप्त स्टॉक मौजूद रहेगा।”
गेहूं खरीद का लक्ष्य
भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने इस साल 3.1 करोड़ टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है। पिछले साल यह लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया था और FCI सिर्फ 2.66 करोड़ टन ही खरीद सका था। तीन सालों की कमजोर फसल और कम खरीद के चलते गेहूं की कीमतों में तेजी आई थी, जिससे आयात की आशंका भी बनी थी। हालांकि, सरकार अब तक गेहूं आयात के किसी भी सुझाव को नकार चुकी है।
इस साल खरीद में बढ़त
इस बार गेहूं की खरीद तेज गति से हो रही है और FCI की खरीद पिछले साल से काफी आगे है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार को इस बार सप्लाई के मोर्चे पर ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी।
चावल का रिकॉर्ड स्टॉक, एक्सपोर्ट को मिलेगा बढ़ावा
गेहूं के साथ-साथ सरकारी गोदामों में चावल (धान सहित) का स्टॉक भी रिकॉर्ड 6.3 करोड़ टन तक पहुंच गया है, जो कि सरकार के लक्ष्य 1.36 करोड़ टन से कई गुना ज्यादा है। इससे घरेलू जरूरतों को पूरा करने के बाद निर्यात को बढ़ावा देने का रास्ता खुल सकता है।
कोलकाता के एक बड़े चावल निर्यातक ने बताया, “सरकार अब नई फसल से ज्यादा चावल खरीदने से बचेगी और एक्सपोर्ट को प्राथमिकता देगी।”
गौरतलब है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा चावल निर्यातक है और वैश्विक चावल एक्सपोर्ट में इसका हिस्सा करीब 40% है।