भेदभाव मामले में गूगल 1 करोड़ 10 लाख डॉलर देने को हुआ राजी

Saturday, Jul 20, 2019 - 01:38 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः नौकरी करने वालों के खिलाफ भेदभाव के आरोप को सुलझाने के लिए गूगल 11 मिलियन डॉलर (1 करोड़ 10 लाख डॉलर) का भुगतान करने को राजी हो गया है। इस समझौते से उन 227 लोगों में प्रत्येक को 35 हजार डॉलर का औसतन भुगतान होगा जो इस लड़ाई में शामिल हुए थे।

कमेटी बनाने की दी सलाह
इस समझौते के तहत अल्फाबेट इंक यूनिट से कहा गया है कि वह उम्र में भेदभाव के मुद्दों के बारे में कर्मचारियों और प्रबंधकों को शिक्षित करे। इस संबंध में भर्ती में आयु विविधता को यकीनी बनाने के लिए एक कमेटी बनाई जाए और साथ ही यह यकीनी बनाया जाए कि शिकायतकर्ता की व्यापक जांच की गई है। 40 साल से ज्यादा उम्र के रोजगार प्राप्त करने वाले कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले अटॉर्नी और कंपनी के वकीलों ने सेन जोस (कैलिफोर्निया) में संघीय न्यायाधीश  के सामने अंतिम समझौता प्रस्ताव रखा है। वकीलों को इस समझौते से 2.75 मिलियन डॉलर का मुआवजा मिलेगा।

महिला ने दायर किया केस
यह केस एक महिला ने दायर किया था जिसने दावा किया कि गूगल ने 7 वर्षों में उसकी 4 बार इंटरव्यू की और उसके उच्च योग्यता प्रोग्रामिंग अनुभव के बावजूद उसे रोजगार नहीं दिया गया। इसका कारण उसकी आयु बताई गई। Cheryl Fillekes ने कंपनी पर आरोप लगाया कि कंपनी उम्रदराज लोगों के खिलाफ भेदभाव करती है। Fillekes के वकील ने ई-मेल में कहा कि उम्र में भेदभाव एक ऐसा मामला है जिसे तकनीकी उद्योग में हल किए जाने की जरुरत है और हमें खुशी है कि हम इस केस में अपने मुवक्किलों के लिए उचित समझौता करने में कामयाब हुए। गूगल ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि Fillekes और अन्य रोजगार प्राप्त करने वाले नौकरी के लिए जरुरी तकनीकी योग्यता का प्रदर्शन नहीं कर पाए।

Supreet Kaur

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