भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्‍छे संकेत! अगले वित्त वर्ष में 11% हो सकती है आर्थिक वृद्धि

Wednesday, Jan 13, 2021 - 12:07 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः घरेलू रेटिंग एजेंसी ब्रिकवर्क की रिपोर्ट में कहा गया है कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार के साथ अगले वित्त वर्ष में देश के वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि 11 फीसदी तक जा सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाबंदियों में छूट के बाद आर्थिक गतिविधियां धीरे-धीरे कोविड-19 के पहले की स्थिति में पहुंच रही हैं। केवल वही क्षेत्र अभी पीछे हैं, जहां सामाजिक दूरी के नियमों के चलते कामकाज रफ्तार नहीं पकड़ पाया है।

अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार के मिल रहे संकेत
ब्रिकवर्क ने रिपोर्ट में कहा है कि कोविड-19 से बचाव के लिए प्रभावी वैक्‍सीन बनाने में हुई प्रगति और घरेलू अर्थव्यवस्था में उम्मीद से बेहतर सुधार के संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में ये माना जा सकता है कि वित्त वर्ष 2021-22 में स्थिर मूल्य के आधार पर वास्तविक जीडीपी 11 फीसदी तक बढ़ सकती है। यह वृद्धि चालू वित्त वर्ष के दौरान 7 से 7.5 फीसदी की अनुमानित गिरावट की तुलना में होगी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जारी जीडीपी वृद्धि के पहले अग्रिम अनुमान के मुताबिक देश के सकल घरेलू उत्पाद में 7.7 फीसदी की रिकॉर्ड गिरावट आएगी।

अलग-अलग क्षेत्रों में ऐसा रहेगा हाल 
रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के दौरान अर्थव्यवस्था में सकारात्मक स्थिति के साथ वृद्धि दर्ज की जाएगी। हालांकि, सामाजिक दूरी के नियमों के पालन में मुश्किल का सामना कर रहे कुछ क्षेत्रों में सुधार की गति धीमी बनी हुई है। इन तमाम बातों के बावजूद वैक्‍सीन बनने और वैक्‍सीनेशन के बाद अगले वित्त वर्ष के लिये परिदृश्य में सुधार आया है। कृषि क्षेत्र में अगले वित्त वर्ष में भी 3.5 फीसदी की वृद्धि बरकरार रहेगी। हालांकि, यह अनुमान सामान्य मानसून और कृषि सुधारों के प्रभावी क्रियान्वयन पर आधारित हैं। एजेंसी के मुताबिक, वित्‍त वर्ष 2021-22 में औद्योगिक क्षेत्र में 11.5 फीसदी और सर्विस सेक्‍टर 11-12 फीसदी तक वृद्धि हासिल हो सकती है।

 

jyoti choudhary

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