अच्छे मानसून से टूटे अनाज पैदावार के सारे रिकॉर्ड

Friday, Feb 24, 2017 - 03:56 PM (IST)

नई दिल्ली: मानसून की अच्छी बारिश से अनाज की पैदावार में रिकॉर्ड बढ़त दर्ज की गई है। इससे देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होने के साथ ही किसानों ने राहत महसूस की है। लगातार दो साल पड़े सूखे से हलकान किसानों की माली हालत में पर्याप्त सुधार होने की संभावना है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। चालू फसल वर्ष में अब तक की सर्वाधिक पैदावार हुई है।

मिट्टी में पर्याप्त नमी का उठाया गया फायदा
अच्छे मानसून से मिट्टी में पर्याप्त नमी होने का फायदा किसानों ने उठाया। उन्होंने रिकॉर्ड रकबे में फसलों की बुवाई की है। कृषि मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक कुल फसल का उत्पादन 27.19 करोड़ टन होगा। यह देश के कृषि उत्पादन के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। पिछले फसल वर्ष में उत्पादन का यह आंकड़ा 26.55 करोड़ टन था।

दलहन फसलों की पैदावार में वृद्धि
उत्पादन के आंकड़े में सबसे खास बात यह है कि देश में दलहन की भारी कमी को पूरा करने के लिए सरकार के प्रयासों को किसानों ने अपने खेतों में सफल कर दिखाया है। दलहन फसलों की पैदावार में अब तक की सर्वाधिक 35.54 फीसदी वृद्धि दर दर्ज की गई है। दालों की पैदावार 2.21 करोड टन होगी। इससे हजारों करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा बचेगी। गरीब आबादी के लिए घटती प्रोटीन की उपलब्धता के संकट से निपटने में मदद मिलेगी। सरकार ने दलहन की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को पर्याप्त बीज, खाद और कीटनाशकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई।

किसानों के लिए किए गए ये उपाय
किसानों को खेती के जोखिम से बचाने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, सिंचाई योजना और उन्नत बीजों के साथ संतुलित खादों की पूरी आपूर्ति जैसे कारगर उपाय किए गए। केंद्र सरकार के अधिकारियों व कृषि वैज्ञानिकों ने हर सप्ताह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रायों के अधिकारियों से संपर्क बनाये रखा। शायद पहली बार होगा, जब गेहूं की फसल को कोई रोग नहीं पकड़ा। इसके चलते उत्पादकता में सुधार हुआ है।
 

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