क्रिप्टोकरंसी में बढ़ा सोने के दीवाने भारतीयों का रुझान, कारोबार 40 बिलियन डॉलर पहुंचा

Wednesday, Jun 30, 2021 - 12:00 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः सोने के प्रति दीवानगी रखने वाले भारत में भी अब सोने की बजाय क्रिप्टोकरंसी कारोबार में तेजी रही है। भारतीयों के पास करीब 25 हजार टन सोने का भंडार है लेकिन वह अब धीरे धीरे निवेश का यह पारंपरिक जरिया छोड़ कर क्रिप्टोकरंसी में निवेश बढ़ा रहे हैं। पिछले एक साल में देश में क्रिप्टोकरंसी का कारोबार 200 मिलियन डॉलर से बढ़ कर 40 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है और देश के 18 से लेकर 35 साल तक के युवा इसमें हाथ आजमा रहे हैं। 

कोइन गीको के आंकड़ों के मुताबिक एक साल पहले देश में रोजाना 10.6 मिलियन डॉलर का कारोबार हो रहा था जो अब करीब 10 गुना बढ़कर 102 मिलियन डॉलर हो चुका है। चीन में भारत के मुकाबले चार गुना कारोबार होता है और चीन का क्रिप्टोकरंसी कारोबार 161 बिलियन डॉलर का है।

32 साल की महिला उद्यमी रिची सूद ने पिछले साल दिसंबर में बिटकॉइन, डोजी क्वॉइन और ईथरियम में 10 लाख रुपए का निवेश किया था और बिटकॉइन के 50 हजार के स्तर पर पहुंचते ही रिची ने अपने पास मौजूद क्रिप्टोकरंसी बेच दी और इससे हुए मुनाफे को अपने एजुकेशन स्टार्टअप स्टडी मेट इंडिया में निवेश कर दिया।

रिची सूद खुशकिस्मत रहीं कि जब उन्होंने अपनी क्रिप्टोकरंसी बेची तो उसके बाद इसमें भरी गिरावट आ गई है और उन्होंने एक बार फिर निचले दाम पर इसमें खरीद कर ली। रिची की तरह जोखिम उठा सकने वाले लाखों भारतीय निवेशक इसमें निवेश कर रहे हैं। क्रिप्टोकरंसी में निवेश करना जोखिम भरा इसलिए है क्योंकि भारत में सरकार इस मामले में उदार नहीं रही है और किसी भी समय सरकार इस पर प्रतिबंध लगाने का फैसला ले सकती है। ऐसी स्थिति में निवेशकों के पैसे फंस सकते हैं।

युवाओं ने सोने से मुंह मोड़ा 
भारत में करीब डेढ़ करोड़ निवेशक क्रिप्टो करंसी में निवेश करते हैं जबकि अमरीका में इन निवेशकों की संख्या 2 करोड़ तीस लाख और यू.के. में यह संख्या करीब 23 लाख है। भारत में 18 से लेकर 35 साल तक के युवा इसमें निवेश कर रहे हैं और वर्ल्ड गोल्ड काउन्सिल की ताजा रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई है कि इस आयु वर्ग के निवेशक सोने में काम रुझान दिखा रहे हैं।

युवाओं के क्रिप्टोकरंसी में बढ़ रहे रुझान का सबसे बड़ा कारण इसमें ट्रेडिंग की आसान प्रक्रिया है। युवा ऑनलाइन जाकर साधारण तरीके से रजिस्ट्रेशन कर के इसमें निवेश कर सकते हैं जबकि सोने की खरीद में आपको पहले अपनी पहचान जाहिर करनी पड़ती है। लिहाजा इसमें युवाओं का रुझान लगातार बढ़ रहा है।  -संदीप गोयनका, सह संस्थापक जेब पे 

मैं सोना-चांदी खरीदने की बजाय अपना पैसा क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने को प्राथमिकता दूंगी क्योंकि इसमें पारदर्शिता अधिक है और सोने और प्रॉपर्टी के मुकाबले इसमें तेजी के साथ और ज्यादा रिटर्न मिलते हैं। हालांकि इसमें निवेश करना जोखिम भरा भी है लेकिन मुझ में जोखिम सहने की क्षमता है लिहाजा मैं इसमें निवेश जारी रखूंगी।  -रिची सूद, क्रिप्टोकरंसी निवेशक

jyoti choudhary

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