दीवाली से पहले बड़ा धमाका, इतना सस्ता हो सकता है सोना

Tuesday, Jul 18, 2017 - 11:41 AM (IST)

नई दिल्ली: जी. एस. टी. लागू होने के बाद सोना 1000 रुपए तक सस्ता हो गया है। जी.एस.टी. के तहत सोने पर 3 प्रतिशत और मेकिंग चार्ज पर 5 प्रतिशत टैक्स लगाए जाने से सोने की डिमांड में कमी आई है, जिसका असर इसकी कीमतों पर पड़ा है। लगता है दीवाली से पहले लोगों की ‘दीवाली’ लगेगी।

सोने की कीमतों पर बना रहेगा दबाव 
कमोडिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने की कीमतों पर आगे भी दबाव बना रहेगा और 1 से 2 महीने में सोना गिरकर 25,000 रुपए के लैवल पर आ सकता है। वायदा बाजार में फिलहाल सोने की कीमत 27,996 रुपए प्रति 10 ग्राम है। ग्लोबल लैवल पर कमजोर डिमांड और फैड द्वारा आगे भी ब्याज दरों में बढ़ौतरी के संकेत दिए जाने से सोने की कीमतें रेंज बाऊंड में आ गई हैं। वहीं, ग्लोबल इक्विटी में मजबूती, घरेलू स्तर पर जी.एस.टी. की वजह से डिमांड में कमी से सोने की कीमतों पर आगे भी प्रैशर रहने की उम्मीद है। कमोडिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगले 2 महीने के लिए सोने का आऊटलुक नैगेटिव दिख रहा है।

कारोबारियों को टैक्स कम्प्लायंस से पड़ेगा जूझना
वल्र्ड गोल्ड कौंसिल (डब्ल्यू.जी.सी.) ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत में सोने पर टैक्स में बढ़ौतरी से डिमांड पर प्रैशर बढ़ सकता है। डब्ल्यू.जी.सी. को लगता है कि कम से कम शॉर्ट टर्म में इंडस्ट्री को चैलेंज का सामना करना पड़ सकता है। छोटे कारीगरों और रिटेलर्स को टैक्स कम्प्लायंस को अपनाने में जूझना पड़ सकता है। इसका असर सोने की बिक्री पर पड़ेगा।

स्टॉक मार्कीट की अच्छे परफॉर्मैंस का होगा असर
एंजेल ब्रोकिंग कमोडिटी के डिप्टी वी.पी. अनुज गुप्ता के मुताबिक इस समय डोमैस्टिक के साथ ग्लोबल स्तर पर स्टॉक मार्कीट अच्छा परफॉर्म कर रही है। कमोडिटी में गिरावट का ट्रैंड चालू है। वहीं सोने पर 3 प्रतिशत और मेकिंग चार्ज पर 5 प्रतिशत जी.एस.टी. लगने से सोना खरीदना महंगा हो गया है। इसकी वजह से डिमांड में कमी आई है। इस वजह से कीमतें नैगेटिव रहने की उम्मीद है।

कीमतों पर क्यों रहेगा दबाव
केडिया कमोडिटी के डायरैक्टर अजय केडिया का कहना है कि यू.एस. फैडरल रिजर्व आगे भी ब्याज दरें बढ़ाने को लेकर पॉजीटिव है लेकिन कमजोर अमरीकी डाटा इसे सपोर्ट नहीं कर रहे हैं। इससे सोने की कीमतों में आगे भी कमजोरी देखी जा सकती है। प्रेस्टलोन डॉट कॉम के सी.ई.ओ. अशोक मित्तल का कहना है कि इस समय सोने की डिमांड कम्पैरिटेवली कम रहती है और डालर के मुकाबले रुपया लगातार मजबूत हो रहा है। इन वजहों से सोने की कीमतें और गिर सकती हैं।

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