Gautam Adani का बड़ा ऐलान, 70 साल की उम्र में होंगे रिटायर, जानें किसे सौंपेंगे अरबों की कंपनी
punjabkesari.in Monday, Aug 05, 2024 - 12:02 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः दिग्गज कारोबारी और अडानी ग्रुप (Adani Group) के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) ने बड़ा ऐलान किया है। 62 साल के अडानी ने अपने रिटायरमेंट का प्लान बना लिया है। उनका कहना है कि वह 70 साल की उम्र में रिटायरमेंट ले लेंगे और ग्रुप में चेयरमैन का पद छोड़ देंगे। साथ ही 2030 के दशक की शुरुआत में वह अपना साम्राज्य अपने परिवार के सदस्यों को सौंप देंगे। यह बातें अडानी ने ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में कहीं। उन्होंने इंटरव्यू में यह भी बताया कि वह अपना कारोबार परिवार के किन सदस्यों के हाथ में देंगे।
मामले से परिचित लोगों का हवाला देते हुए ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक गोपनीय समझौता अडानी ग्रुप की फर्मों में हिस्सेदारी को उत्तराधिकारियों को हस्तांतरित करने का निर्देश देगा। बता दें कि अडानी ग्रुप का साम्राज्य 213 बिलियन डॉलर से ज्यादा है।
इन्हें मिलेगी हिस्सेदारी
रिपोर्ट के मुताबिक जब अडानी रिटायर होंगे तो ग्रुप के चार उत्तराधिकारी होंगे। इनमें उनके बेटे के अलावा उनके चचेरे भाई प्रणव और सागर परिवार के ट्रस्ट के बराबर लाभार्थी बनेंगे। अडानी ग्रुप की वेबसाइट के अनुसार, गौतम अडानी के बड़े बेटे करण अडानी अभी अडानी पोर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। वहीं उनके छोटे बेटे जीत अडानी अडानी एयरपोर्ट्स (Adani Airports) के डायरेक्टर हैं। वहीं प्रणव अडानी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के डायरेक्टर हैं और सागर अडानी अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) के कार्यकारी निदेशक हैं।
कौन बनेगा चेयरमैन?
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रणव और करण चेयरमैन बनने के लिए सबसे स्पष्ट उम्मीदवार हैं। गौतम अडानी ने कहा, कारोबार की स्थिरता के लिए उत्तराधिकार बहुत महत्वपूर्ण है। मैंने यह विकल्प दूसरी पीढ़ी पर छोड़ दिया है क्योंकि बदलाव जैविक, क्रमिक और बहुत व्यवस्थित होना चाहिए। अडानी के बच्चों ने ब्लूमबर्ग को अलग-अलग इंटरव्यू में बताया कि जब अडानी पीछे हटेंगे तो संकट या किसी बड़ी रणनीतिक कॉल की स्थिति में भी संयुक्त निर्णय लेना जारी रहेगा। यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने अपनी पहली तिमाही के मुनाफे में दोगुने से अधिक की वृद्धि देखी है। क्योंकि समूह ने अक्षय ऊर्जा में अधिक निवेश के माध्यम से अपने नए ऊर्जा व्यवसाय का विस्तार किया।