GST से नाखुश हैं बाबा रामदेव, जानिए क्यों?

Tuesday, May 23, 2017 - 06:29 PM (IST)

नई दिल्ली: योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि का कहना है कि वह आयुर्वेदिक प्रॉडक्ट्स पर 12 प्रतिशत जी.एस.टी. लगाने के फैसले पर दोबारा विचार करने के लिए सरकार को पत्र लिख रही है। अभी इन प्रॉडक्ट्स पर 5 प्रतिशत टैक्स लगता है। पतंजलि आयुर्वेद के प्रवक्ता एस.के. तिजारावाला ने बताया कि हम आम आदमी के हित में सरकार से आयुर्वेदिक कैटिगरी के लिए जी.एस.टी. रेट पर दोबारा विचार करने का निवेदन कर रहे हैं। अच्छी सेहत या अच्छे जीवन के बिना अच्छे दिन नहीं आएंगे।

आयुर्वेद पर आधारित टूथपेस्ट से लेकर शैंपू और बिस्कुट तक जैसे कंज्यूमर (उपभोक्ता) प्रॉडक्ट्स बनाने वाली पतंजलि खुद को ‘स्वदेशी’ के तौर पर पेश करती है। तिजारावाला ने कहा कि कंपनी लाभ कमाने के लिए नहीं, बल्कि आम आदमी के लिए किफायती दामों पर इलाज और देखभाल के लिए बिजनस कर रही है। उन्होंने बाबा रामदेव की ओर से कहा कि आयुर्वेदिक प्रॉडक्ट्स पर अधिक जी.एस.टी. रेट निराश करने वाला है। हम उन लोगों में से हैं, जिन्होंने कंज्यूमर्स के लिए किफायती दामों पर आयुर्वेद को फायदेमंद बनाया है। अब इस रास्ते पर अन्य कंपनियां भी चल रही हैं।’’

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