कैग की रिपोर्ट पर FSSAI ने कहाः नागरिकों को मिल रहे हैं भरोसे के खाद्य उत्पाद

Thursday, Dec 21, 2017 - 09:59 AM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय खाद्य सुरक्षा व मानक प्राधिकरण (एफ.एस.एस.ए.आई.) ने नागरिकों को आश्वस्त किया कि वे उन्हें मिल रहे खाद्य उत्पादों पर भरोसा कर सकते हैं। भारत के नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (कैग) ने अपनी एक रिपोर्ट में एफ.एस.एस.ए.आई. की लाइसेंस प्रक्रिया और खराब अवस्था वाली उसकी खाद्य जांच प्रयोगशालाओं पर सवाल उठाए थे।

कैग के आडिट निष्कर्षों पर अपनी टिप्पणी में एफ.एस.एस.ए.आई. ने कहा है कि वह खाद्य सुरक्षा व स्वच्छता मानकों को उंचा करने को लेकर प्रतिबद्ध है और वह सरकारी खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं के आधुनिकीकरण में 480 करोड़ रुपए निवेश कर रहा है। एफ.एस.एस.ए.आई. के सीईओ पवन अग्रवाल ने कहा है कि नियामक ने सरकार से प्राधिकरण में 600 नियुक्तियां करने का आग्रह किया है ताकि उसमें श्रमबल की कमी दूर हो वह मानक तय करने के अपने दायित्वों का निर्वहन कर सके। उन्होंने कहा कि नियामक खाद्य सुरक्षा व मानक कानून 2006 की समीक्षा कर रहा है और अगले तीन चार महीने में अपनी सिफारिशें स्वास्थ्य मंत्रालय को देगा।

उन्होंने कहा, ‘हम नागरिकों को आश्वस्त करते हैं कि वे उन्हें मिलने वाले खाद्य पर भरोसा कर सकते हैं। एफ.एस.एस.ए.आई. को विश्वास है कि देश का खाद्य सुरक्षा परिदृश्य आने वाले समय में वैश्विक मानकों वाला व और मजबूत बनने की राह पर है।’ कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एफ.एस.एस.ए.आई. देश में असुरक्षित खाद्य पदार्थों के आयात को रोकने में भी नाकाम रहा है और उसकी राज्य स्तरीय 72 प्रयोगशालाओं में से 65 के पास के नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर टेसटिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेटरीज (एनएबीएल) की मान्यता भी नहीं है।       
 

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