तीन हजार साल से अब तक कई रूपों में ढल रहा है सोना

Monday, Nov 05, 2018 - 05:03 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः सोने ने हर युग में पुरुषों और महिलाओं को आकर्षित किया है। सोने से कई मिथक भी जुड़े हैं। सोने की सुंदरता, कुशलता और लचीलेपन ने इसे लंबे समय से मानव की शृंगार की सबसे अनिवार्य सामग्री बना दिया है। प्राचीन काल से लेकर मौजूदा वक्त तक सोना उतना ही महत्वपूर्ण है। ऐसे में सोने से जुड़ी ये सात चीज़ें काफी चर्चित रही हैं।

18वीं सदी सेरेमनियल कॉलर
यह खास और बड़े मौकों पर पहना जाने वाला आभूषण है। इसका नाम शैननग्रोव गॉर्जेट है। यह 18वीं सदी में आयरलैंड में एक दलदल में मिला था। फिलहाल यह लंदन के विक्टोरिया और अलबर्ट म्यूज़ियम में रखा हुआ है। कांस्य युग बीतने के बाद यह सोने पर कढ़ाई और उभरी हुई कलाकृति का बेहतरीन नमूना है।

शैडो ईयररिंग्स
लंदन स्थित ज्वेलर उटे डेकर ने शुद्ध सोने से बने कान के आभूषण या ईयररिंग्स पेश किए। इसमें उन्होंने सोने के मूर्तिकलात्मक गुणों का प्रदर्शन किया। कंपनी केवल व्यापार में इस्तेमाल होने वाले सोने से गहने बनाती हैं। इनकी ज्वेलरी में काम में लिया गया ज्यादातर सोना विदेशों से खासकर पेरू और युगांडा जैसे देशों की छोटी-छोटी खदानों से निकला होता है।

3.45 करोड़ की सुपरमॉडल
सोने की बढ़ती मांग को देखते हुए लंदन के मशहूर नीलामीघर सोदबी ने 17 अक्टूबर को एक चर्चित नीलामी आयोजित की। मिडास टच नाम की इस नीलामी में सिर्फ सोने से बनी चीज़ों को रखा गया था। उसमें 2010 में आई फिल्म सॉन्ग्स ऑफ द साइरन की हीरोईन और सुपरमॉडल केट मॉस का सोने का स्कल्पचर भी रखा गया था। 8,021 ग्राम वजन का यह आर्टवर्क नीलामी में तीसरी महंगी चीज़ रही। यह 3 करोड़ 45 लाख रुपए से ज्यादा में बिकी। इससे पहले ब्रिटेन के आर्टिस्ट मार्क क्वीन मॉस का 18 कैरेट का एक स्कल्पचर बना चुके हैं। यह 20 करोड़ रुपए तक की कीमत में बिका था।

60 के दशक में बना ब्रैसलेट
पूरी तरह सोने से बना यह ब्रैसलेट 1960 और 1970 के दशक में बना है। इसे पेरिस स्थित मास्टर ऑफ गिजेस के जॉर्जेस लेनफैंट ने बनाया था। अब उनके बेटे जैक्स इस वर्कशॉप को चलाते हैं। उन्होंने इसके बाद जटिल पैटर्न और बनावट के सोने के कई कंगन बनाए। ऐसी ही चीज़ें लंदन के डीलर हैंकॉक्स के पास भी हैं।

ओलिंपिक गोल्ड
2004 में ग्रीक के एथेंस में हुए ओलिंपिक गेम्स के लिए ग्रीक ज्वैलर ऐलेना वोत्सी ने इस मेडल का डिज़ाइन बनाया था। उन्होंने 2003 में ही इस डिज़ाइन को बना लिया था। इसमें उन्होंने 18 कैरेट के सोने में डायमंड का इस्तेमाल किया है। 2009 में इसे लास वेगास में आयोजित ‘बेस्ट इन द न्यू टू कुटुर’ श्रेणी में पहला अवॉर्ड मिला था। वे कहती हैं, ‘यह एक कैनवास की तरह है जहां मैं अपनी बात या कहानी बता सकती हूं।’
 

jyoti choudhary

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