धोखाधड़ी: रियल्टी फर्म के मालिक गिरफ्तार

Wednesday, Jun 05, 2019 - 02:22 PM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 2 रियल्टी फर्म के मालिकों संजीव गुप्ता और योगेंद्र कुमार गुप्ता को उस शिकायत के आधार पर गिरफ्तार कर लिया जिनमें शिकायतकर्त्ता ने कहा था कि उन्हें परियोजना में 25 फ्लैट खरीदने के लिए पैसा दिया गया था लेकिन दोनों ने परियोजना को पूरा नहीं किया और पैसे का इस्तेमाल कहीं और कर दिया है।

पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि दोनों ने शिकायतकर्त्ता को 50 प्री-डेटेड चैक जमानत के तौर पर दिए थे लेकिन ये सभी तब बाऊंस हो गए जब उन्हें रकम वापस करने के लिए जमा किया गया। अतिरिक्त सी.पी. (ई.ओ.डब्ल्यू.) सुवाशीष चौधरी ने कहा कि गुप्ता और यादव ने शिकायतकत्र्ता पी.एम.के. इम्पैक्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मयंक खेमा से जुलाई, 2016 में संपर्क किया था। उन्होंने नोएडा एक्सप्रैस-वे पर सैक्टर 168 में खेमका की कम्पनी को फ्लैट्स बेचने का प्रस्ताव दिया था जिसे ‘सनवल्र्ड अरिस्ता’ कहा जाता है।

गुप्ता ने कथित तौर पर खेमका को आश्वासन दिया कि परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए उनके पास सभी आवश्यक मंजूरी और धन है। जिसके बाद खेमका ने अपने कर्मचारियों के लिए 25 फ्लैट खरीदे और चैक व ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए 20.4 करोड़ रुपए का भुगतान किया। 

अपने समझौते में अभियुक्तों ने कहा था कि अगर किसी कारण परियोजना में कोई देरी हुई या फ्लैटों का कब्जा नहीं दिया जा सका तो वह ब्याज सहित राशि वापस करेंगे। उसके लिए जमानत के रूप में चैक दिए गए थे लेकिन जब फ्लैटों की डिलीवरी नहीं हुई तो खरीदार ने चैक जमा करके पैसे वापस लेने की कोशिश की। खेमका ने 50 में से 49 चैक जमा किए और उनमें से प्रत्येक बाऊंस हो गया। इसके बाद खेमका ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। दोनों को 2 सप्ताह की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। 

jyoti choudhary

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