तीसरी सबसे बड़ी कार निर्माता बनी Ford

Wednesday, May 10, 2017 - 12:28 PM (IST)

नई दिल्लीः अमेरिकी कार कंपनी फोर्ड भारतीय यात्री वाहन बाजार (कार, वैन व यूटिलिटी वाहन) में आठवें स्थान पर है और इसकी बाजार हिस्सेदारी 3 फीसदी है, हालांकि इसने महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स के मुकाबले ज्यादा वाहनों का उत्पादन किया और इस तरह से देश की तीसरी सबसे बड़ी कार विनिर्माता बन गई।

इसकी तुलना में तीसरी सबसे बड़ी देसी कंपनी (जो ज्यादातर वाहन देसी बाजार में बेचती है) एस.यू.वी. दिग्गज महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने 2,42,721 वाहनों का उत्पादन किया। पिछले साल देसी बाजार में चौथे नंबर पर रही टाटा मोटर्स 1,69,599 वाहन के  उत्पादन के साथ पांचवें स्थान पर रही। वित्त वर्ष 2016 में उत्पादन में फोर्ड का स्थान मारुति सुजूकी, हुंडई, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और होंडा कार्स के बाद पांचवां था। फोर्ड ने वित्त वर्ष 2017 में रिकॉर्ड 2,52,959 वाहनों का उत्पादन किया, जिसे निर्यात में 43 फीसदी की बढ़ोतरी से मदद मिली। 

फोर्ड ने उत्पादित 62 फीसदी से ज्यादा वाहन निर्यात बाजार में बेचा और पिछले साल भारत से हुए 7,58,830 वाहन निर्यात में इसकी हिस्सेदारी 22 फीसदी रही। कंपनी अब हुंडई के बाद दूसरी सबसे बड़ी कार निर्यातक है और इस साल यह सबसे बड़ी निर्यातक के तौर पर उभर सकती है। कोरियाई कार निर्माता हुंडई पिछले कुछ सालों से सबसे बड़ी निर्यातक बनी हुई है। लेकिन पिछले कुछ सालों से तीव्र बढ़त के जरिए फोर्ड इस खाई को काफी हद तक पाटने में कामयाब रही। 

वित्त वर्ष 2017 में हुंडई ने 1,67,120 वाहनों का निर्यात किया (जो एक साल पहले के मुकाबले तीन फीसदी ज्यादा है), वहीं फोर्ड का निर्यात 43 फीसदी बढ़कर 1,58,469 वाहन रहा। फोर्ड इकोस्पोर्ट, फिगो और फिगो एस्पायर का निर्यात लैटिन अमेरिका, पश्चिम एशिया व अफ्रीका को कर रही है। कंपनी ने निर्यात व देसी बाजार पर आगामी योजना के बारे मेंं जानकारी के लिए भेजे गए ईमेल का जवाब नहींं दिया। कार निर्माता निर्यात बाजार पर ध्यान दे रहे हैं ताकि क्षमता का उचित इस्तेमाल हो और ज्यादा से ज्यादा मितव्ययिता हो। हुंडई व मारुति देसी बाजार में बेहतरी देख रही हैं, लिहाजा इन्होंने देसी मांग को ज्यादा प्राथमिकता दी है।

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