FMCG कंपनियों को 2018 के बेहतर होने की उम्मीद

Tuesday, Dec 19, 2017 - 03:10 PM (IST)

नई दिल्लीः नोटबंदी और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दोहरे झटकों से उबर रही एफएमसीजी तथा टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनियों को 2018 से उम्मीदें हैं। उन्हें लगता है कि बाजार की धारणा में होते सुधार से वे फिर से वृद्धि की राह पर चल पड़ेंगे। जी.एस.टी क्रियान्वयन के बाद प्रक्रियाओं के सरल होने से इन कंपनियों को लगता है कि मांग एवं उपभोग में सुधार के साथ अच्छी आॢथक वृद्धि की संभावनाएं उन्हें 2017 के झटकों से उबरने में मदद करेंगी। इन कंपनियों को यकीन है कि मांग शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में समान रूप से वितरित होंगी।

व्हर्लपूल इंडिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) सुनील डी सुजा ने कहा, ‘‘बाजार धारणा में सुधार के संकेत तथा जीएसटी क्रियान्वयन के बाद स्थिरता लौटने के कारण हमें उम्मीद है कि शहरी एवं ग्रामीण दोनों बाजारों में मांग में सुधार होगा।’सोनी इंडिया के प्रमुख (बिक्री) सतीश पद्मनाभन ने कहा कि जीएसटी क्रियान्वयन के बाद उद्योग जगत में सकारात्मक वापसी के संकेत दिखने लगे हैं। उन्होंने 2018 में सिर्फ बेहतर होने की उम्मीद है।  

जीसीपीएल के कारोबार प्रमुख (भारत एवं सार्क) सुनील कटारिया ने 2017 में आयी दिक्कतों को याद करते हुए कहा, ‘‘नोटबंदी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अप्रत्याशित घटना थी। कई चुनौतियों में एफएमसीजी कंपनियों के लिए सबसे बड़ी रुकावट वितरण नेटवर्क में आयी थी।’’  

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