नारायणमूर्ति-अमेजन की साझा कंपनी के कर विवाद मामले में वित्त मंत्री सुनक भी घिरे

Tuesday, Jun 15, 2021 - 02:32 PM (IST)

लंदनः इन्फोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति की कंपनी और अमेजन डॉट कॉम की संयुक्त उद्यम ऑनलाइन खुदरा कंपनी क्लाउडटेल इंडिया प्राइवेट लि. से ब्रिटेल के कर विभाग ने ब्याज और जुर्माना समेत 55 लाख पौंड की मांग की है तथा इस मामले में मीडिया की खबरों पर वित्र मंत्री ऋषि सुनक के कार्यालय को बयान देना पड़ा है। सोमवार को मीडिया रिपोर्ट में कंपनी ने पिछले चार साल में नाममात्र कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार कंपनी का कहना है कि वह कर अधिकारियों के नोटिस को चुनौती दी है। 

ब्रिटेन के वित्त मंत्रालय के कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वित्त मंत्री ने जब से पदभार संभाला है, बड़ी डिजिटल कंपनियों पर कैसे कर लगाया जाए, इस पर एक अंतरराष्ट्रीय समझौते तक पहुंचना उनकी प्राथमिकता रही है।'' प्रवक्ता के अनुसार, ‘‘वित्त मंत्री का रुख बिल्कुल साफ है। उनके हिसाब से यह मायने रखता है कि कर का भुगतान कहां किया जाता है और किसी भी समझौते में यह सुनिश्चित होना चाहिए कि ब्रिटेन में कारोबार करने वाली डिजिटल कंपनियां कर का भुगतान करें।'' 

मूर्ति के दामाद सुनक को ब्रिटेन का सबसे ढनाढ्य मंत्री माना जाता है। इसका बड़ा कारण उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति की पारिवारिक संपत्ति है। अखबार गार्जियन' की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि क्लाउडटेल के खातों और गतिविधियों के विश्लेषण से पता चलता है कि अमेजन की खुदरा कंपनी अमेजन डॉट इन पर कंपनी पर सबसे बड़े विक्रेताओं में से एक है। अमेजन ने कथित तौर पर क्लाउडटेल जैसे स्वतंत्र विक्रेताओं को ‘विशेष कारोबारी' के रूप में विकसित किया। मंच के जरिए 2019 में बिके कुल सामान में 35 प्रतिशत इसकी हिस्सेदारी रही।

गार्जियन में छपी रिपोर्ट के अनुसार मूर्ति की कंपनी कैटामरान वेंचर्स की क्लाउडटेल में परोक्ष रूप से 76 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि शेष 24 प्रतिशत हिस्सेदारी अमेजन के पास है। कंपनी के दो शीर्ष पद मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और वित्त निदेशक अमेरिकी खुदरा कंपनी के पास है। क्लाउडटेल की होल्डिंग कंपनी प्रायोनी का संचालन भी अमेजन के पूर्व प्रबंधक कर रहे हैं। इसमें कहा गया है कि फिलहाल यह साफ नहीं है कि कर विवाद किस मामले से जुड़ा है। कंपनी का कहना है कि वह कर मांग का विरोध कर रही है। चूंकि मामला अदालत में विचाराधीन है, हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। 

 

jyoti choudhary

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