घर में रखे सोने पर मोदी सरकार की नजर! तैयार की सबसे बड़ी योजना

Friday, Jul 31, 2020 - 12:20 PM (IST)

नई दिल्ली: केंद्र सरकार की नजर अब घरों में रखे सोने पर है। वित्त मंत्रालय गैर-कानूनी रूप से घरों में रखे हुए सोने के लिए एमनेस्टी प्रोग्राम पर विचार कर रहा है। सरकार चाहती है कि इस प्रोग्राम से टैक्स चोरी पर लगाम लगे और आयात पर निर्भरता कम हो। सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी के सामने पेश किए गए प्रस्ताव में कहा गया हैकि सरकार लोगों से अपील करेगी कि वह गैर कानूनी रूप से घरों में रखे सोने के बारे में टैक्स विभाग को जानकारी दें। इसके लिए उन्हें लेवी या पेनाल्टी देनी होगी। बता दें कि प्रस्ताव अभी शुरूआती चरण में है और सरकार संबंधित अधिकारियों से विचार विमर्श कर रही है।

तीन प्लान के बारे में जानकारी
साल 2015 में पीएम मोदी ने तीन प्लान के बारे में जानकारी दी थी जोकि घरों में रखे करीब 25,000 टन सोने, संस्थानों द्वारा फिजिकल गोल्ड रखना और आयात कम करने के बारे में था ताकि निवेश के वै​कल्पिक साधन मिल सके। लेकिन यह प्लान पॉपुलर नहीं हो सका क्योंकि एक वर्ग अपने पास रखे सोने को छोड़ना नहीं चाहता था। घरों में रखे सोने का एक बड़ा हिस्सा ज्वेलरी के फॉर्म में है और विशेष मौके पर इसे पहनते हैं। दूसरा वर्ग वह था जिन्हें डर था कि उन्हें टैक्स विभाग पनिश करेगा। 



गोल्ड का एक हिस्सा रहेगा सरकार के पास
ब्लूबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार जो लोग अपने घरों में रखे सोने का सही ब्यौरा देंगे, उन्हें कानूनी रुप से रखे अपने गोल्ड का एक हिस्सा सरकार के पास कुछ समय के लिए रखना होगा। बीते साल 30 अक्टूबर को अन्य मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि उस दौरान भी सरकार ऐसे प्रोग्राम पर काम कर रही थी, लेकिन टैक्स विभाग ने ऐसे किसी प्रोग्राम की खबरों को खारिज कर दिया था।

सोने की कीमतों में होगा इजाफा
वहीं इस सोला सोने के बात करें तो अब तक 30 फिसदी तक का इजाफा देखने को मिला है। कोरोना महामारी के इस दौर ने भाव बढ़ने में मदद की है। वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितता के माहौल में निवेशक सुर​क्षित निवेश विकल्प को वरीयता रहे हैं। गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि आने वाले समय में दुनियाभर की सरकारें राहत पैकेज का एलान करने वाली हैं। जिससे बुलियन मार्केट में तेजी देखने को मिलेगी. गोल्डमैन सैक्स ने गोल्ड के भाव का अनुमान 2,300 डॉलर प्रति आउंस लगाया है।

rajesh kumar

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