शेयर बाजारों की तेज रफ्तारः बीते 10 वर्ष से अमेरिकी कंपनियों के शेयर्स ने सालाना 11% मुनाफा दिया

punjabkesari.in Saturday, Mar 02, 2024 - 12:05 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार धीरे-धीरे बढ़ते हैं लेकिन अभी हाल उनमें बहुत अधिक उछाल आया है। यह स्थिति चीन को छोड़कर दुनिया के सभी प्रमुख देशों में है। पिछले चार माह में अमेरिकी कंपनियों के शेयर 21% बढ़े हैं। वे जनवरी 2022 के शिखर से लगभग 5% अधिक हैं। 22 फरवरी को यूरोप के इक्विटी मार्केट ने दो साल में पहली बार नया रिकॉर्ड बनाया है। अर्थव्यवस्था के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद में भारत में स्टॉक मार्केट तेजी से दौड़ रहा है। यहां तक कि ठहराव के लिए मशहूर जापान के बाजारों ने 1989 के उच्च स्तर को पार कर लिया है। वाकई ये असाधारण रफ्तार है। अमेरिकी कंपनियों के शेयर मार्केट इंडेक्स एसएंडपी 500 ने 2010 के बाद हर साल 11% मुनाफा दिया है।

मार्केट की स्थितियों को देखते हुए यह मुनाफा शानदार है। कम ब्याज दरों के दौर के बाद दो साल तक ब्याज दरों में बढ़ोतरी हुई है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध चल रहा है, यूक्रेन, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में वास्तविक युद्ध जारी है। दुनियाभर में सरकारें मुक्त व्यापार व्यवस्था और ग्लोबलाइजेशन से मुंह मोड़ रही हैं। वे अपनी मैन्युफैक्चरिंग, औद्योगिक नीति और संरक्षणवाद को बढ़ावा दे रही हैं। यदि इससे भी शेयर मार्केट की तेज गति प्रभावित नहीं हुई है तो फिर किस कारण से उस पर असर पड़ सकता है? 

विशेषज्ञों का गणित है, खासकर अमेरिका में गुब्बारा फूट सकता है। फाइनेंशियल मार्केट वॉल स्ट्रीट में कंपनियों के मूल्य औसतन 80% अधिक हैं। ये 1990 के दशक के अंत में. डॉटकॉम कंपनियों में उछाल के समान हैं। 2021 में मूल्य 90% तक अधिक हो गए थे। ऐसी हो स्थिति बड़ी कंपनियों के मूल्यों को लेकर है। दरअसल, निवेशक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के संबंध में बहुत आशावादी हैं। 22 फरवरी को चिप बनाने वाली कंपनी एनवीडिया के शेयरों में भारी उछाल ने उम्मीदों को बढ़ाया है। जनवरी 2024 के अंत तक तीन माह में एनवीडिया ने 1.40 लाख करोड़ रुपए मुनाफा कमाया था। उसका मार्जिन 76% रहा। यह जबर्दस्त बदलाव है। तेजी से बढ़ती ब्याज दरों के कारण शेयर मूल्य 2022 में नीचे आए थे।

मार्च में बैंकों की हालत खराब होने की दहशत से हलचल मची थी। मध्यम - आर्थिक विकास दर और कोविड-19 महामारी के बावजूद शेयर बाजारों ने 2010 के बाद 10% से अधिक मुनाफा दिया है। यह रिटर्न बॉन्ड और हाउसिंग से बेहतर है। बाजार के उछाल पर गौर करने के लिए अमेरिका की स्थिति देखिए। 1 जनवरी 2010 को एसएंडपी 500 में 100 डॉलर निवेश करने पर आज उसका मूल्य 600 डॉलर हो जाता। इस समय 60% अमेरिकियों के पास शेयर हैं।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Recommended News

Related News