सकते में आया किसान, ट्रेडर्स ने दिया अ‍ल्‍टीमेटम, चेक लो वरना नहीं खरीदेंगे फसल

Monday, Nov 14, 2016 - 02:26 PM (IST)

नई दिल्‍लीः नोट बैन होने से किसानों के सामने अजीब हालात हैं। फसलों को मंडी में लेकर जा रहे किसानों को खर्च लायक धन भी नहीं मिल पा रहा है। कई राज्‍यों में यही हालात बने हुए हैं। राजस्‍थान, मध्‍य प्रदेश, गुजरात आदि राज्‍यों में तो ट्रेडर्स ने किसानों को अल्‍टीमेटम दिया है कि या तो किसान चेक लें नहीं तो वे उनकी फसल नहीं खरीदेंगे। औने-पौने दामों में उन्‍हें फसल बेचने वाले किसान अब इस पैसे से भी मोहताज हो गए हैं।

कैश क्राइसेस से किसान परेशान
कैश क्राइसेस से सबसे ज्‍यादा किसान परेशान हो गया है। शहरों में तो कमोबेश लोग स्थिति से जैसे-तैसे निकलने में जुटे हैं लेकिन, किसानों को युक्ति नहीं सूझ रही है। जिस फसल को उन्‍होंने सरकार को बेचा था वहां से तो कैश नहीं मिला है। साथ ही खर्च चलाने और नकद के लिए ट्रेडर्स को औने-पौने दामों में जो फसल बेची थी अब उसके भी दाम नहीं मिल रहे हैं। नोट बंद होने के बाद अब ट्रेडर्स ने साफ कर दिया है कि वे कैश नहीं दे सकते हैं। किसानों को अगर चेक लेना है तो वे उनकी फसल बेच सकते हैं।

परेशानी में हैं अन्न-दाता 
सबसे ज्‍यादा खराब स्थिति राजस्‍थान में बनी हुई है। अभी वहां पर किसान ज्‍वार, धान और यहां तक की मूंग को भी बेच ही रहे हैं। नागौर के किसानों ने बताया कि सरकारी केंद्रों पर तो विभिन्‍न तरह की कमियां निकालकर उनकी फसल कम खरीदी गई थी। ऐसे में उन्‍होंने ट्रेडर्स को मूंग 3600 रुपए से 4300 रुपए के बीच में बेच दी। लेकिन, अब नागौर मंडी के व्‍यापारी भी कैश देने में असमर्थ हैं। चना बुआई चल रही है और घर के खर्च के लिए मंडी गए थे। वहां व्‍यापारियों ने चेक देने को ही कहा। ऐसे में अगर चेक लेते हैं तो पता नहीं वह कब तक कैश हो पाएगा।

हरियाणा-पंजाब में भी स्थिति गंभीर
धान के बड़े उत्‍पादक राज्‍यों पंजाब और हरियाणा में भी स्थिति इसी तरह की बनी हुई है। यमुनानगर सिरोही गांव के लोगों का कहना है कि हमेशा की तरह इस बार भी हमने प्राइवेट ट्रेडर्स को धान बेचा था वह उधार में बेचा था। यानि जब जरूरत होती है तब उनसे पैसा ले लेते हैं। लेकिन, अब जरूरत आई तो ट्रेडर्स ने हाथ खड़े कर दिए। यमुनानगर, अंबाला और पंजाब की कुछ मंडियों से भी खबर यही है वहां पर व्‍यापारियों ने फसल उठाने तक से इंकार कर दिया है। सारा पैसा भी वे चेक के माध्‍यम से दे नहीं सकते और कैश है नहीं ऐसे में स्थिति नाजुक बनी हुई है।

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