कारोबारियों की हड़ताल, 100 करोड़ का प्याज सड़ा

Thursday, Aug 18, 2016 - 02:33 PM (IST)

मुम्बई: नासिक के लासलगांव स्थित ए.पी.एम.सी. में कारोबारियों की हड़ताल के कारण इस क्षेत्र के 30 प्रतिशत प्याज सड़ कर बेकार हो गए हैं। यहां के कारोबारी सरकार की उस नई नीति का विरोध कर रहे हैं जिसके तहत किसानों को अपनी फसल सीधे खुले बाजार में बेचने की इजाजत दे दी गई है।

यह बाजार देश का सबसे बड़ा थोक बाजार है। गत 9 जुलाई से यहां हड़ताल के कारण खुली नीलामी निलंबित है। तब से लेकर अब तक नासिक में पैदा हुए कुल 20 लाख टन प्याज में से 6-7 लाख टन प्याज सड़ चुका है। तेज बारिश और भंडारण की पर्याप्त सुविधा नहीं होने के कारण प्याज के सडऩे की प्रक्रिया और तेज हो गई है। वहीं सड़े हुए प्याज की मात्रा दिनों-दिन और बढ़ती जा रही है।

सदस्यों और कारोबारियों को नोटिस जारी
मार्कीटिंग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हड़ताल के कारण किसानों को करीब 100 करोड़ का नुक्सान हुआ है। प्रदेश सरकार ने ए.पी.एम.सी. के सदस्यों और कारोबारियों को कई नोटिस जारी कर कामकाज फिर शुरू करने का निर्देश दिया है।

इसके बावजूद कारोबारियों ने एक नई शर्त रखी है कि वे प्याज तभी खरीदेंगे अगर वे टाट की बोरी में बंद होंगे। फिलहाल प्याज बड़ी-बड़ी ट्रॉली में बेचे जाते हैं। बोरी में पैक करने का मतलब है कि प्रति बोरी 100 रुपए का खर्च बढ़ जाएगा। पहले से ही नुक्सान की मार झेल रहे किसानों के लिए यह अतिरिक्त खर्च और कमर तोड़ने वाला है।

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