इथोपिया विमान हादसे के बाद भारत हुआ सतर्क, DGCA ने कंपनियों से मांगी विमानों की जानकारी

Monday, Mar 11, 2019 - 02:56 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः इथोपिया में हुए भीषण विमान हादसे के बाद भारतीय विमानन प्राधिकरण (डीजीसीए) ने बोईंग 737 मैक्स8 विमानों का इस्तेमाल करने वाली एयरलाइंस से जानकारी मांगी है। भारत में जेट एयरवेज़ और स्पाइसजेट इन विमानों का इस्तेमाल करती हैं। वहीं चीन ने सभी घरेलू विमानन कंपनियों को बोईंग 737 मैक्स8 विमानों का इस्तेमाल तत्काल बंद करने का निर्देश दिया है।

हादसे के कारणों का नहीं चला पता
दरअसल इथोपिया की राजधानी अदीस अबाबा से नैरोबी के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद इथोपियन एयरलाइंस का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार चार भारतीय नागरिकों सहित सभी 157 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है।

ऐसे में चीन के नागर विमानन प्राधिकरण ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा, 'विमान से जुड़े सभी पहलुओं की पुष्टि होने के बाद ही बोईंग 737 मैक्स8 का व्यावसायिक इस्तेमाल फिर से शुरू होगा।' प्राधिकरण ने अपने बयान में कहा कि सुरक्षा पर मंडराते खतरे पर जीरो टॉलिरेंस की नीति अपनाते हुए सभी घरेलू बोइंग 737 मैक्स 8 शाम छह बजे (स्थानीय समय) तक सेवा में नहीं रहेंगे।

पहले भी हो चुका है ऐसा हादसा
इंथोपिया एयरलाइंस हादसा ऐसा दूसरा हादसा है जो बोइंग के नए विमान के उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही हो गया। इससे पहले अक्तूबर महीने में लायन एयर का बोइंग 737 मैक्स 8 विमान जावा समुद्र में क्रैश हो गया था. उस हादसे में सवार सभी 189 लोगों की मौत हो गई थी।

चीन के विमानन प्राधिकरण के बयान में कहा गया है कि दोनों विमान हादसों को देखते हुए, विमान नव वितरित 737 मैक्स 8 थे और उड़ान भरने के बाद क्रैश हो गए। दोनों में काफी समानताएं हैं। चीनी प्रशासन ने कहा है कि विमानों को उड़ान भरने की मंजूरी देने से पहले वह बोइंग और अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन से संपर्क कर उड़ान की सुरक्षा की पुष्टि करेगा।

बोइंग ने क्या कहा
एक बयान जारी कर बोइंग ने कहा है कि वह इथोपियन क्रैश की जांच में मदद करेगी। विमान बनाने वाले बोइंग ने कहा है, "हम यात्रियों और क्रू मेंबर के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। बोइंग की तकनीकी टीम इथोपियन एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो और अमेरिकी ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के दिशा-निर्देश के अनुसार तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए हादसे वाली जगह पर पहुंचेगी।"
 

jyoti choudhary

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