पेट्रोल में 20% तक इथेनॉल मिलाने की मिली मंजूरी, प्रदूषण घटेगा और किसानों की आय बढेगी
Thursday, Mar 11, 2021 - 12:47 PM (IST)
बिजनेस डेस्क: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगी आग की बीच राहत की खबर सामने आई है। सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पेट्रोल में मिलाये जाने वाले इथेनॉल की मात्रा 20 फीसदी बढ़ाने को मंजूरी दे दी है। इससे पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी आने के साथ साथ वाहनों के प्रदूषण से भी राहत मिलेगी। 8 मार्च को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर ई20 ईंधन के उपयोग को मंजूरी दे दी है।
इन कंपनियों को होगा लाभ
सरकार के इस फैसले का फायदा द्वारिकेश, बलरामपुर चीनी और धामपुर जैसी एथनॉल बनाने वाली कंपनियों को मिलेगा। मंत्रालय की ओर से कहा गया कि E20 वातावरण के लिए भी बेहद सही है है क्योंकि इससे कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन सामान्य पेट्रोल के मुकाबले बेहद कम निकलता है। इस ईंधन के लिए कार और बाइक मैन्यूफैक्चर्स को अलग से बताना होगा कि कौन सा वाहन E20 के लिए उपयुक्त है, इसके लिए वाहन में एक स्टीकर भी लगाना होगा। भारत में 2008 से पेट्रोल में ई10 या 10 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित करने की अनुमति है। हालांकि, उपलब्धता की कमी के कारण 6 प्रतिशत से कम इथेनॉल पेट्रोल में मिलाया जाता है।
E20 पेट्रोल के क्या है फायदे
- इसके इस्तेमाल करने से पेट्रोलियम पर भारत की निर्भरता काफी हद तक कम हो जाएगी।
- कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) कम निकलेगा तो वातावरण को होने वाला नुकसान भी कम हो जाएगा.
- एथनॉल का इस्तेमाल बढ़ने से किसानों को फायदा होगा, उनकी आय बढ़ेगी, क्योंकि एथनॉल गन्ने, मक्का और कई दूसरी फसलों से बनाया जाता है।
- एथनॉल काफी किफायती है इसलिए उपभोक्ताओं को भी पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
यह देश करते हैं इथेनॉल का उत्पादन
अमेरिका में इथेनॉल का उत्पादन 876 हजार बैरल प्रतिदिन है । उसके बाद ब्राजील है जहां 403 हजार बैरल प्रतिदिन इसका उत्पादन किया जाता है । फिर चीन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, कोलंबिया, स्पेन है और बेल्जियम जैसा छोटा देश भी है तथा अस्ट्रेलिया के बाद 13 नंबर पर भारत है जो 5.30 हजार बैरल प्रतिदिन उत्पादन करता है। सरकार का कहना है कि वर्तमान समय में जो इथेनॉल का सममिश्रण है वह पूरे देश में 6.2 फीसद है जिसे वर्ष 2022 तक 10 प्रतिशत तथा 2025 20 प्रतिशत करने की योजना है ।