Essar Oil रोसनेफ्ट को बेचेगी अपना कारोबार

Monday, Aug 21, 2017 - 01:21 PM (IST)

नई दिल्लीः तेल एवं प्राकृतिक के कारोबार में लगी कंपनी एस्सार ऑयल ने भारत में अपनी सम्पत्तियों को रूस की सरकारी कंपनी रोसनेफ्ट की अगुवाई वाले कंपनियों के कंसोर्सियम (गठबंधन) को 12.9 अरब डॉलर में बेचने का सौदा आज पक्का कर लिए जाने की घोषणा की। इसकी प्रारंभिक घोषणा पिछले साल गोवा में हुए ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान 15 अक्टूबर को की गई थी। इस सौदे को तय करने में देरी की वजह यह थी कि एस्सार आयल को कर्ज देने वाले बैंकों आदि ने कंपनी पर अपने 45 हजार करोड़ रुपए से अधिक के बकाया ऋणों को चुकता किए जान की मांग रख दी थी।

देश का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
एस्सार ऑयल और रोसनेफ्ट का यह सौदा देश में अब तक हुआ सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.) है तथा रूस का विदेश में किया गया सबसे बड़ा निवेश भी है। रोसनेफ्ट की अगुआई वाले समूह में ऑयल बिडको और त्राफिगुरा-यूसीपी शामिल हैं। इस सौदे में एस्सार ऑयल का गुजरात के वाडिनार स्थित सालान दो करोड़ टन क्षमता का पैट्रोलियम परिशोधन संयंत्र, उसके साथ जुड़ा विद्युत संयंत्र तथा बंदरगाह और खुदरा कारोबार कर रहे 3500 से अधिक पैट्रोल पंप शामिल हैं। कंपनी के निदेशक प्रशांत रईया ने कहा कि कंपनी एस.बी.आई., आई.सी.आई.सी.आई. बैंक, एक्सिस बैंक, आई.डी.बी.आई. बैंक तथा स्टैण्डर्ड चार्टर्ड समेत अन्य कर्जदाताओं को 70 हजार करोड़ रुपए का भुगतान करेगी। इससे कंपनी पर कर्ज का बोझ 60 प्रतिशत से अधिक घट जाएगा। 

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