पैट्रोल-डीजल के बाद अब महंगी बिजली की भी पड़ सकती है मार

Thursday, May 24, 2018 - 09:37 AM (IST)

कोलकाताः देश में थर्मल पावर की बढ़ती मांग और उसके मुताबिक कोयले की सप्लाई में कमी के चलते बिजली की कीमतें 2 साल के उच्चतम स्तर 6.20 रुपए प्रति यूनिट पर पहुंच गई हैं। कुछ दिन और यदि यही हाल रहा तो कई राज्यों के नागरिकों को बिजली का अधिक भुगतान करने के लिए तैयार रहना होगा। इससे पहले बिजली की प्रति यूनिट 6 रुपए कीमत 2016 में पहुंची थी।

पिछले सप्ताह की ही बात करें तो यह कीमत 4 रुपए प्रति यूनिट थी लेकिन गर्मी बढऩे पर मांग में इजाफा हुआ और उसके मुताबिक कोयले की सप्लाई न होने के चलते इसकी कीमत एक सप्ताह के भीतर 2 रुपए ज्यादा हो गई। पश्चिमी भारत से बिजली को उत्तर भारत के राज्यों में भेजने वाली ट्रांसमिशन लाइन फेल होने और उत्तरी राज्यों की ओर से थर्मल पावर की मांग में इजाफा होने के चलते सोमवार को कई राज्यों में प्रति यूनिट कीमत 8 रुपए तक पहुंच गई थी। फिलहाल यह कीमत अब 7.43 रुपए प्रति यूनिट है।

हालांकि उपभोक्ताओं का बिजली बिल कुल कितना बढ़ेगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि राज्य की बिजली कम्पनियां अपनी खरीद का कितना बोझ कंज्यूमर पर डालना चाहती हैं। एक राज्य विद्युत वितरण कम्पनी के अधिकारी ने कहा कि अधिकतर मामलों में कम्पनियों की ओर से बोझ उपभोक्ताओं पर ही डाल दिया जाता है। 

Supreet Kaur

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