चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास अनुमान 9.5% पर यथावत: आरबीआई

Wednesday, Dec 08, 2021 - 12:46 PM (IST)

मुंबईः रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रबी की बुवाई में तेजी आने, त्योहारी सीजन से मांग बढ़ने, कृषि और इससे जुड़ी गतिविधियों में नए रोजगार सृजित होने के बीच कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के आने के बाद से इसके मामलों में हो रही बढ़ोतरी तथा वैश्विक घटनाक्रमों से भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने की आशंका जताते हुए आज चालू वित्त वर्ष में विकास के अपने पूर्वानुमान को 9.5 प्रतिशत पर यथावत बनाए रखा। 

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक के बाद जारी बयान में यह अनुमान जताया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव कम होने और टीकाकरण में तेजी से घरेलू आर्थिक गतिविधिया कोरोना के पहले के स्तर पर पहुंच रही है। हालांकि कोरोना के नये वेरिएंट का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इसके कारण नए मामलों में बढ़ोतरी हुई है जो चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि जो सूचनायें मिल रही हैं उसके अनुसार उपभोग की मांग बढ़ रही है। 

ग्रामीण मांग के साथ ही शहरी मांग में भी बढ़ोतरी हुई है और लोग यात्री और पर्यटन आदि पर व्यय करने लगे हैं। अक्टूबर नंबवर के दौरान रेलवे माल ढुलाई, बंरगाह पर माल परिवहन, जीएसटी राजस्व संग्रह, टॉल संग्रह, पेट्रोलयिम उपयोग और हवाई यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। हाल ही में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क और वैट में कमी किए जाने के कारण क्रय शक्ति बढ़ने से उपभोग की मांग में बढ़ोतरी होगी। अगस्त से सरकारी उपभोग में बढोतरी हुई है जिससे कुल मिलाकर मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पूंजीगत वस्तओं का उत्पादन कोरोना से पहले स्तर पर बना हुआ। अक्टूूबर में इन उत्पादों के आयात में भी दहाई अंकों में बढ़ोतरी हुई है। 
 
 

jyoti choudhary

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