मांग बढ़ने से 45,000 रुपए तक बढ़ सकते हैं ई-स्कूटर के दाम

Friday, Mar 04, 2022 - 01:44 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः महंगाई और कच्चे तेल में तेजी के बाद अब इलेक्ट्रिक स्कूटर के दाम भी अगले तीन साल में 45,000 रुपए तक बढ़ सकते हैं। क्रिसिल ने एक रिपोर्ट में कहा कि पर्यावरण को बचाने के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ने के कारण ई-वाहनों की मांग बढ़ रही है। सबसे ज्यादा ई-स्कूटरों की मांग में तेजी देखी जा रही है। 

रिपोर्ट के मुताबिक, ई-स्कूटरों की तरफ लोगों का आकर्षण बढ़ने से 2025 तक इनकी कीमतों में 45,000 रुपए तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इसकी भरपाई ई-वाहन के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना से की जा सकती है। किफायती होने, कई मॉडल की उपलब्धता और घर पर चार्जिंग के आसान विकल्पों के कारण ई-वाहन को बड़े स्तर पर अपनाने का क्रम जारी रहेगा।

ई-वाहनों के प्रति बढ़ रहा है आकर्षण
ई-वाहनों के प्रति लोगों के बढ़ते आकर्षण की वजह से इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन कंपनियों के टर्नओवर में तेज बढ़ोतरी देखने को मिली है। जॉय ई-बाइक नाम से ई-दोपहिया वाहन बनाने वाली वार्डविजार्ड ने देश में मांग में बढ़ोतरी के दम पर फरवरी 2022 में 4450 ई-बाइक बेच चुकी है। यह फरवरी 2021 की तुलना में 1290 फीसदी ज्यादा है। चालू वित्त वर्ष (अप्रैल-फरवरी 2022) में कंपनी ने 25000 यूनिट की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया।

पिछले साल बिक्री में 132% इजाफा
एक अन्य कंपनी हीरो इलेक्ट्रिक भारत में पहला लिथियम आयन बेस्ड ई-स्कूटर्स विकसित किया और लॉन्च किया है। कंपनी अभी तक 4.5 लाख इलेक्ट्रिक दोपिहया वाहन बेच चुकी है। वर्ष 2020 की तुलना में 2021 में हाई-स्पीड और लो- स्पीड सहित इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स की कुल सेल्स में 132 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

फेम के तहत इंसेंटिव 85%
क्रिसिल ने रिपोर्ट में कहा है कि ईवी की बिक्री में बढ़ोतरी मुख्य रूप से नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान के तहत फेम स्कीम और विभिन्न राज्यों की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी से संभव हुई है। ये इंसेंटिव्स एक पारंपरिक इंटरनल कंबस्टन इंजन (ICE) व्हीकल और एक ईवी की खरीद लागत के बीच के अंतर की भरपाई करते हैं। FAME के पहले चरण के तहत कुल 60-65 फीसदी की तुलना में यह इंसेंटिव फेम के दूसरे चरण के तहत 85 फीसदी हो गया है।
 

jyoti choudhary

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