भारत में पेयजल मानकों में आया सुधार: WWC

Saturday, May 06, 2017 - 03:48 PM (IST)

वाशिंगटन: भारत में पिछले 5 साल के दौरान पेयजल मानकों में सुधार आया है। हालांकि, अभी इस दिशा में काफी कुछ किया जाना बाकी है। विश्व जल परिषद के प्रमुख ने यह बात कही है। 

विश्व जल परिषद (डब्ल्यू.डब्ल्यू.सी.) ने हाल ही में भारत सहित दुनिया के प्रमुख हिस्सों में पानी को लेकर जागरूकता के बारे में एक सर्वेक्षण किया। यह सर्वेक्षण आठवें विश्व जल मंच के आयोजन से पहले किया गया। विश्व जल मंच का आयोजन मार्च 2018 में ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया में होने जा रहा है।   

सर्वेक्षण के अनुसार एक तिहाई से अधिक भारतीयों को लगता है कि संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास लक्ष्यों को पाने के लिए काफी कुछ नहीं किया जा रहा है। इस लक्ष्य के तहत वर्ष 2030 तक सभी को पानी और स्वच्छता सुलभ होनी चाहिए। 

डब्ल्यूडब्ल्यूसी के अध्यक्ष बेनेदितो ब्रागा ने कहा, ‘‘भारत में पीने के पानी के मानक में सुधार लाने के लिए पिछले 5 साल के दौरान कुछ काम किया गया है। हालांकि, इस दिशा में अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है।’’ ब्रागा ने कहा कि 3 चौथाई से अधिक एशियाई लोगों का यह मानना है कि सरकारों को वैश्विक  स्तर पर सुरक्षित पीने के पानी और स्वच्छता को वास्तविकता बनाने के लिए आगे बढ़कर काम करना चाहिए।   

सर्वेक्षण के मुताबिक 31 प्रतिशत भारतीयों का कहना है कि वह एेसी स्थिति में हैं जिसमें पानी पीना असुरक्षित है लेकिन उनके समक्ष कोई दूसरा विकल्प नहीं है और वह आंत रोग और अतिसार जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं। हालांकि, 71 प्रतिशत भारतीयों ने कहा है कि पिछले 5 साल के दौरान सुरक्षित पीने के पानी की स्थिति में सुधार आया है। 

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