पिछड़े जिलों के विकास से तीन दशकों तक 9-10% हो सकती है भारत की वृद्धि दर

Tuesday, Feb 26, 2019 - 02:52 PM (IST)

नई दिल्लीः नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने सोमवार को कहा कि 100 से अधिक पिछड़े जिलों के विकास से देश अगले 30 साल तक 9 से 10 प्रतिशत वृद्धि दर हासिल कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि टिकाऊ वृद्धि के लिए समानता जरूरी है। नीति आयोग के पिछड़े जिलों के रूपांतरण कार्यक्रम का मकसद इन 115 जिलों को तेजी से विकास के रास्ते पर लाना है।

कांत ने ‘राइजिंग इंडिया’ सम्मेलन में कहा, ‘‘पोषण, शिक्षा तथा स्वास्थ्य पर ध्यान देना काफी महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री का जोर 115 पिछड़े जिलों पर है आप बिना समानता के वृद्धि हासिल नहीं कर सकते।’’ उन्होंने कहा कि अगर ये पिछड़े जिलों का रूपांतरण होता है और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ते हैं तो अगले तीन दशक तक देश की आर्थिक वृद्धि स्वत: 9 से 10 प्रतिशत होगी।

औषधि क्षेत्र के बारे में कांत ने कहा कि इस क्षेत्र में कार्यरत भारतीय उद्यमी निश्चित रूप से वैश्विक स्तर के हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी क्षमता दिखाई है और आयुष्मान भारत इसका अच्छा उदाहरण है। ‘‘आप 50 करोड़ से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे जो अमेरिका, यूरोप, मेक्सिको की संयुक्त आबादी से भी अधिक है।’’ आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में वृद्धि के काफी अवसर हैं।  

jyoti choudhary

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