स्कनथोर्प प्लांट बेचने के बावजूद, Tata का संकट गहराया

Monday, Sep 04, 2017 - 11:07 AM (IST)

लंदन: संकटग्रस्त स्टील कंपनी टाटा को उस समय करीब 200 मिलियन पौंड का नुक्सान वहन करना पड़ा, जब इसने अपनी ‘लांग प्रोडक्ट’ (लोहा सरिया) का कारोबार निवेशक ग्रेबुल को बेचने का फैसला किया था। टाटा स्टील यू.के. (टी.एस.यू.के.) कंपनियों के घराने में दायर किए गए वार्षिक खाते में बताया गया कि मई 2016 में मात्र 1 पौंड में स्कनथोर्प स्थित कारोबार की औपचारिक बिक्री ने बड़ा छेद कर दिया। पिछले महीने सौदे पर सहमत हुए नए मालिक ग्रेबुल ने कहा कि वह अच्छा लाभ कमाकर देगी। इसने शीघ्र ही इस कारोबार का नाम ब्रिटिश स्टील रखा और कारोबार फिर शुरू कर दिया जो ब्रिटेन की इंडस्ट्री में एक प्रमुख कंपनी थी।

कंपनी ने ब्रिटिश स्टील खरीदने के बाद 4,500 कर्मचारियों को साथ मिला लिया क्योंकि टी.एस.यू.के. ने भारी नुक्सान का सामना करते हुए अपने कारोबार को बेच दिया था। इसके पश्चात नए मालिक ने लांग प्रोडक्ट आप्रेशन की घोषणा की जो महीनों में लाभप्रद बन गया। हालांकि टी.एस.यू.के. के कार्यकारी अधिकारियों ने कहा कि वे निजी तौर पर इस बात को लेकर निराश हैं कि ब्रिटिश स्टील कंपनी अपने काम के लाभ का दावा कर रहे हैं क्योंकि कारोबार अपने पैरों पर खड़ा हो गया है।

टी.एस.यू.के.मार्च 2017 में खत्म हुए वर्ष के लिए खातों से यह भी संकेत दिया गया है कि 74 मिलियन डॉलर का स्टॉक और रॉ-मैटीरियल डिस्पाजल के रूप में हस्तांतरित किया गया। सौदे के करीबी सूत्र ने कहा कि नए मालिकों द्वारा इसे ओवरटाइम के रूप में वापस लिए जाने की संभावना है। स्कनथोर्प पर होने वाले नुक्सान का टी.एस.यू.के. के पूर्व टैक्स 558 करोड़ पौंड के नुक्सान में बड़ा योगदान था, जो पिछले समय में हुए 426 करोड़ पौंड के नुक्सान से बहुत ज्यादा है। 

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