1 अप्रैल से देश को मिलेगा तीसरा बड़ा बैंक, 8.2 करोड़ ग्राहकों पर होगा असर

Thursday, Mar 28, 2019 - 05:01 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः जल्द ही नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत होने वाली है। हर साल किसी न किसी सैक्टर में इसे लेकर कोई न कोई बदलाव होता रहता है। इस बार नए फाइनेंशियल ईयर में बैंकिंग सेक्‍टर में कई बड़े बदलाव होने वाले हैं जिसके तहत 1 अप्रैल से देश को तीसरा बड़ा बैंक मिलने वाला है। देश के तीसरे बड़े बैंक के अस्तित्‍व में आने के साथ ही इसका असर करोड़ों ग्राहकों पर पड़ने वाला है।

देना और विजया बैंक का होगा बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय
दरअसल, इस साल जनवरी में सरकार ने पब्‍लिक सेक्‍टर के दो बैंक- देना बैंक और विजया बैंक के बैंकों बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय को मंजूरी दी थी। इन बैंकों के विलय की योजना एक अप्रैल, 2019 से अस्तित्व में आएगी। इसका मतलब यह हुआ कि 1 अप्रैल से देना बैंक और विजया बैंक के कर्मचारी, खाते, शेयर आदि बैंक ऑफ बड़ौदा के अधीन आ जाएंगे जिसके बाद बनने वाले बैंक ऑफ बड़ौदा के पास कुल 9401 बैंक शाखाएं और कुल 13432 एटीएम हो जाएंगे।

बड़ौदा बन जाएगा देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक
विलय के बैंक ऑफ बड़ौदा देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। इससे पहले स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया और आईसीआईसीआई बैंक आते हैं। हालांकि इन बदलावों की वजह से देना बैंक या विजया बैंक में काम करने वाले कर्मचारियों की छंटनी नहीं होगी। बैंक ऑफ बड़ौदा की वेबसाइट के मुताबिक भारत समेत दुनिया के 22 देशों में इस बैंक के 8.2 करोड़ ग्राहक हैं वहीं देना और विजया बैंक के ग्राहकों की भी बड़ी तादाद है। ऐसे में सवाल है कि इस विलय के बाद बैंकों पर क्‍या असर पड़ेगा पर इन सबके बीच ग्राहकों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।




 

Isha

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