दार्जिलिंग चाय हुई सस्ती लेकिन कॉफी पीना हो सकता है महंगा, बारिश बनी वजह

Sunday, Jun 16, 2019 - 12:20 PM (IST)

नई दिल्लीः खराब मौसम के चलते दार्जिलिंग चाय की कीमत कम हो गई है, वहीं कॉफी की कीमत बढऩे की संभावना है। पिछले 3 हफ्तों से लगातार बारिश और धुंध के चलते दार्जिलिंग चाय की पहली खेप की गुणवत्ता कम हुई है। इसकी वजह से चाय के दाम में पिछले साल की तुलना में 34 प्रतिशत कमी आई है। 

वहीं कॉफी पीने के शौकीन लोगों को इसके लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। इस साल देश में रोबस्टा कॉफी के उत्पादन में 40 प्रतिशत गिरावट होने की आशंका है। इसके चलते कॉफी के दाम बढऩे के आसार हैं।

दार्जिलिंग में चाय के 87 बागान हैं, जहां सालाना 80 से 85 लाख चाय का उत्पादन होता है। पिछले साल इन बागानों की चाय 487.30 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिकी थी, वहीं इस साल इस चाय की कीमत 319.28 रुपए प्रति किलो रह गई। यह सब खराब मौसम के चलते हुआ है। चाय बागानों में काम करने वाले लोगों के मुताबिक मौसम के चलते जून की पैदावार भी प्रभावित होगी। जून में 10 से 15 प्रतिशत कम उत्पादन होने की आशंका है।

बारिश की वजह से ही कॉफी की पैदावार भी प्रभावित हुई है। देश में कुल उत्पादित कॉफी में से 70 प्रतिशत रोबस्टा कॉफी है और बाकी अरेबिका। कम्पनियों के पास हाल-फिलहाल के इस्तेमाल के लिए पर्याप्त स्टॉक है लेकिन इस साल के अंत तक कॉफी की कमी हो सकती है।

नेपाली चाय ने बिगाड़ा खेल
दार्जिलिंग चाय की मुसीबत बढ़ाने में नेपाली चाय का भी हाथ है। बाजार में मौजूद नेपाली चाय की विभिन्न किस्में न सिर्फ बेहद सस्ती हैं बल्कि लोग इसमें और दार्जिलिंग चाय की किस्मों में फर्क भी नहीं कर पाते हैं। नेपाली चाय विक्रेता भारत में एक डीलर या एजैंट की नियुक्ति करते हैं, जिसके पास लोकल जी.एस.टी. नंबर हो। ये एजैंट्स नेपाली चाय को बेचते हैं और जी.एस.टी. का 5 प्रतिशत इन्हें मिलता है। नेपाली चाय विक्रेता आसानी से यह रकम एजैंट्स को चुकाते हैं क्योंकि उन्हें भारत में अपनी चाय की बेहतर कीमत मिल जाती है।

jyoti choudhary

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