साइरस मिस्त्री विवादः TATA संस की अपील पर 10 जनवरी को सुनवाई कर सकता है सुप्रीम कोर्ट

Monday, Jan 06, 2020 - 08:49 PM (IST)

नई दिल्लीः टाटा संस प्राइवेट लि. ने टाटा समूह के कार्यकारी चेयरमैन पद पर साइरस मिस्त्री को बहाल करने के नेशनल कंपनी लॉ अपीलीय अधिकरण (एनसीएएलटी) के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका शीघ्र सूचीबद्ध करने के लिये सोमवार को शीर्ष अदालत में इसका उल्लेख नहीं किया। हालांकि, बाद में उच्चतम न्यायालय की वेबसाइट पर इस याचिका को 10 जनवरी के लिये तदर्थ रूप से सूचीबद्ध दर्शाया गया है।

न्यायालय की वेबसाइट पर साइरस इंवेस्टमेन्ट्स प्रा लि., साइरस मिस्त्री और अन्य प्रतिवादियों द्वारा दायर कैविएट को भी दर्शाया गया है। कैविएट का मतलब यह हुआ कि इस मामले में दूसरे पक्ष को सुने बगैर कोई आदेश पारित नहीं किया जा सकता है।

इस मामले से संबद्ध एक वकील ने इससे पहले कहा था कि सर्दियों की छुट्टी के बाद न्यायालय की कार्यवाही शुरू होने पर एनसीएलएटी के फैसले के खिलाफ याचिका जल्द सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया जायेगा। हालांकि, इस याचिका को शीघ्र सूचीबद्ध करने के लिये कोई उल्लेख नहीं किया गया और वकील ने बताया कि इस संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि मुवक्किल से निर्देशों की प्रतीक्षा है।

शीर्ष अदालत में दो सप्ताह के सर्दियों के अवकाश के बाद सोमवार को ही सामान्य कामकाज शुरू हुआ है। टाटा संस ने अपनी याचिका में कहा है कि न्यायाधिकरण का फैसला कार्पोरेट लोकतंत्र और निदेशक मंडल के अधिकारों को कमतर करता है। हालांकि, यह याचिका अभी उच्चतम न्यायालय में लंबित है।

मिस्त्री ने इस दौरान रविवार को एक बयान में कहा कि टाटा समूह में वापस लौटने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है और यह निर्णय समूह के हित में लिया गया है, जिसका हित किसी भी व्यक्तिगत हितों से अधिक महत्वपूर्ण है। शापूरजी पालोनजी परिवार के साइरस मिस्त्री दिसंबर, 2012 में रतन टाटा के स्थान पर टाटा संस के कार्यकारी अध्यक्ष बने थे। इस पद की वजह से वह टाटा पावर और टाटा मोटर्स जैसी टाटा समूह की सभी सूचीबद्ध कंपनियों के मुखिया बन गये थे।

Yaspal

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