महामारी के दौरान डिजिटल पर बढ़ती निर्भरता से बढ़ रहा है साइबर जोखिम: सर्वे

Tuesday, Jan 11, 2022 - 05:11 PM (IST)

नई दिल्लीः कोविड-19 महामारी के तीसरे साल की शुरुआत के साथ ही डिजिटल प्रणाली पर बढ़ती निर्भरता ने वैश्विक स्तर पर साइबर सुरक्षा खतरों से जुड़े जोखिमों को बढ़ा दिया है। एक नए सर्वेक्षण में मंगलवार को बताया गया कि भारतीय अर्थव्यवस्था के शीर्ष जोखिमों में राज्यों के बीच संबंधों में तनाव, युवाओं में व्यापक निराशा और डिजिटल असमानता शामिल हैं।

विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) द्वारा अगले सप्ताह अपनी ऑनलाइन दावोस एजेंडा बैठक से पहले जारी वैश्विक जोखिम रिपोर्ट-2022 में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी चिंता जलवायु परिवर्तन संबंधी जोखिम को लेकर है। शीर्ष 10 वैश्विक जोखिमों में पांच जलवायु या पर्यावरण से संबंधित हैं।

इस रिपोर्ट के 17वें संस्करण में वैश्विक नेताओं से तिमाही मूल्यांकन के दौर से आगे सोचने और आने वाले वर्षों के लिए जोखिम प्रबंधन को आकार देने वाली नीतियां बनाने का आग्रह किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक शीर्ष पांच जोखिम- जलवायु संकट, बढ़ती सामाजिक विषमता, बढ़ता साइबर जोखिम और असमान वैश्विक पुनरुद्धार हैं। विशेषज्ञों के एक वैश्विक सर्वेक्षण में पाया गया कि छह में से केवल एक व्यक्ति आशावादी है और दस में से केवल एक का मानना ​​है कि वैश्विक सुधार में तेजी आएगी।

रिपोर्ट में भारत के संबंध में कहा गया है कि राज्यों के बीच संबंधों में दरार, ऋण संकट, युवाओं में व्यापक निराशा और डिजिटल असमानता शीर्ष जोखिमों में शामिल हैं।
 

jyoti choudhary

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