20 डॉलर तक गिर सकता है कच्चे तेल का दाम, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आएगी कमी

Friday, Sep 13, 2019 - 04:30 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः आर्थिक मंदी का शोर पूरे देश में सुनाई दे रहा है। अब तो वैश्विक रुप से भी इसकी धमक दिखने लगी है। रूस, अमरीका, ब्रिटेन और बाकी आर्थिक महाशक्तियां इसकी चपेट में आ सकती हैं। इसी बीच एक अच्छी खबर भारतीयों के लिए है। 

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत वर्तमान में करीब 60 डॉलर से गिरकर 20 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती है। तेल की मांग में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं, जिससे इसकी कीमत घटकर 45 डॉलर प्रति बैरल तक आने का अनुमान है। यदि इसमें और गिरावट आती है, तो यह 30 या 20 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकता है। यह स्थिति हालांकि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी होगी। यह बात रियल विजन ग्रुप के सीईओ राउल पैन ने एक साक्षात्कार में कही। कच्चे तेल का अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क माने जाने वाले ब्रेंट क्रूड की कीमत अभी करीब 60 डॉलर प्रति बैरल चल रहा है जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट की कीमत करीब 55 डॉलर प्रति बैरल चल रही है।

वैश्विक अर्थव्यवस्था के सामने खड़ा है मंदी का खतरा
राउल पैन ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी का खतरा मंडरा रहा है। आने वाला समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कई देश पहले ही मंदी की चपेट में आ चुके हैं। अमेरिका भी मंदी की तरफ बढ़ रहा है। व्यापार युद्ध से भी वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। चीन भी सुस्ती में फंस गया है। भारत की विकास दर में गिरावट दर्ज की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि मुझे वैश्विक मंदी आती हुई दिख रही है और ऐसे फैक्टर्स नहीं दिख रहे, जो मंदी को आने से रोक सके।

कच्चे तेल का दाम गिरने से भारत को मिलेगी बड़ी राहत
कच्चे तेल का दाम गिरने से हालांकि भारत को बड़ी राहत मिलेगी। अभी भारत अपनी कुल जरूरत के 80 फीसदी से अधिक कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए आयात पर निर्भर है। इस आयात पर भारी भरकम राजस्व खर्च होता हे। कच्चे तेल का दाम गिरने से इसके आयात पर होने वाला खर्च घटेगा। इससे वित्तीय घाटा कम करने में मदद मिलेगी। ढुलाई के जरिए आपूर्ति श्रृंखला में तेल की महत्वपूर्ण भूमिका के कारण यदि तेल का दाम घटता है, तो कई चीजों के दाम भी घटेंगे। इससे महंगाई कम होगी। इससे अर्थव्यवस्था में तेजी आ सकती है।

पहले भी सस्ता हो चुका है क्रूड ऑयल 
कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट पहले भी आ चुकी है। 2016 जनवरी में डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल प्राइस 36 डॉलर के आसपास पहुंचे थे जबकि 2014 जून में इसी के दाम 113 डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंच गए थे। अगर बात पेट्रोल और डीजल की बात करें तो जून 2014 में नई दिल्ली में औसतन पेट्रोल का दाम 72 रुपए प्रति लीटर था। जबकि जब 2016 में क्रूड ऑल 36 रुपए था तो पेट्रोल के दाम 44 रुपए प्रति लीटर के आसपास था। मतलब साफ है कि क्रूड ऑयल के दाम कम होते हैं तो पेट्रोल अैर डीजल के दाम कम होते है और क्रूड ऑयल के दाम बढ़ते हैं तो पेट्रोल डीजल के दाम भी बढ़ते ही हैं।

jyoti choudhary

Advertising