चालू वित्त वर्ष में बैंकों की ऋण वृद्धि 15% रहने की उम्मीदः इक्रा

Wednesday, Jan 24, 2024 - 06:23 PM (IST)

मुंबईः रेटिंग एजेंसी इक्रा ने बुधवार को चालू वित्त वर्ष के लिए अपने बैंक ऋण वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 14.9-15.3 प्रतिशत कर दिया लेकिन अगले वित्त वर्ष में इसके घटकर 12 प्रतिशत ही रहने की आशंका जताई। इक्रा रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में 14.9-15.3 प्रतिशत की ऋण वृद्धि दर के साथ बैंक कर्ज 20.4-20.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। यह अबतक की सर्वाधिक वृद्धिशील बैंक ऋण वृद्धि होगी और 2022-23 में दर्ज 15.4 प्रतिशत वृद्धि के साथ 18.2 लाख करोड़ रुपये के पिछले स्तर को पार कर जाएगी। एजेंसी ने चालू वित्त वर्ष के लिए पहले 12.8-13 प्रतिशत ऋण वृद्धि का अनुमान जताया था। 

हालांकि, बढ़ते वैश्विक गतिरोधों और जमा जुटाने में आ रही चुनौतियों की वजह से वित्त वर्ष 2024-25 में वृद्धिशील ऋण विस्तार की दर 19-20.5 लाख करोड़ रुपए तक सीमित रह जाएगी जो 11.7-12.6 प्रतिशत की वृद्धि दर को दर्शाता है। इसके पीछे उच्च आधार की भी बड़ी भूमिका होगी। रिपोर्ट कहती है कि कुछ क्षेत्रों में कमजोर निर्यात मांग, जिंस कीमतों में नरमी और जमा जुटाने में चुनौतियां वित्त वर्ष 2024-25 में बैंक ऋण वृद्धि को सुस्त कर सकती हैं। इसके अलावा एजेंसी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023-24 में कॉरपोरेट बॉन्ड जारी करने का आंकड़ा 9.6-9.9 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा, जो वित्त वर्ष 2022-23 के 8.7 लाख करोड़ रुपए के रिकॉर्ड स्तर से अधिक होगा। 

चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में वृद्धिशील बैंक ऋण वृद्धि लगभग 16.9 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई, जो एक साल पहले की समान अवधि के 14.1 लाख करोड़ रुपए से कहीं अधिक है। खुदरा खंड में 18 नवंबर, 2023 तक 33 प्रतिशत और गैर-बैंक वित्त (एनबीएफसी) खंड में 23 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि से इसे मजबूती मिली है। इक्रा रेटिंग्स में वरिष्ठ उपाध्यक्ष ए एम कार्तिक ने कहा कि एनबीएफसी कंपनियों के प्रबंधन वाली खुदरा परिसंपत्तियों की वृद्धि चालू वित्त वर्ष में 21-23 प्रतिशत की दर से होने की उम्मीद है लेकिन अगले वित्त वर्ष में इसके घटकर 17-19 प्रतिशत रह जाने की आशंका है। 

jyoti choudhary

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