देश का गेहूं निर्यात अप्रैल-अक्टूबर में बढ़कर 87.2 करोड़ डॉलर पर

punjabkesari.in Saturday, Jan 01, 2022 - 10:02 AM (IST)

नई दिल्लीः बेहतर मांग होने के कारण चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान देश का गेहूं निर्यात 87.2 करोड़ डॉलर का हो गया। निर्यात का प्रमुख गंतव्य बांग्लादेश रहा। वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मात्रा के लिहाज से, उक्त अवधि के दौरान गेहूं का निर्यात 527 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 32 लाख टन हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 5.1 लाख टन था। मंत्रालय ने कहा, ‘‘चालू वित्तवर्ष (अप्रैल-अक्टूबर) में भारत का गेहूं निर्यात 546 प्रतिशत बढ़कर 87.2 करोड़ डॉलर का हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 13.5 करोड़ डॉलर का था।'' 

चालू वित्त वर्ष में, गेहूं का निर्यात मात्रा के लिहाज से अब तक के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है। भारत का गेहूं निर्यात मुख्य रूप से पड़ोसी देशों को होता है। वित्त वर्ष 2020-21 में बांग्लादेश की मात्रा और मूल्य दोनों के लिहाज से 54 प्रतिशत से अधिक की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। अन्य प्रमुख गेहूं निर्यात गंतव्यों में नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात, श्रीलंका, यमन, अफगानिस्तान, कतर, इंडोनेशिया, ओमान और मलेशिया शामिल हैं। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए इन 10 देशों को किए गए निर्यात की मात्रा और मूल्य दोनों के संदर्भ में लगभग 99 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। 

मंत्रालय ने कहा, ‘‘हालांकि भारत वैश्विक व्यापार में शीर्ष दस गेहूं निर्यातकों में शामिल नहीं है, लेकिन निर्यात में इसकी वृद्धि दर इन सभी देशों से आगे हो गया है। भारत, दुनिया भर में नए बाजारों तक पहुंचने के लिए तेजी से कदम उठा रहा है।'' विश्व के गेहूं निर्यात में भारत का योगदान एक प्रतिशत से भी कम है। हालांकि, वर्ष 2016 में गेहूं निर्यात में इसकी हिस्सेदारी 0.14 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2020 में 0.54 प्रतिशत हो गई है। विश्व के कुल उत्पादन में लगभग 13.53 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ भारत गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। देश में सालाना लगभग 10 करोड़ 75.9 लाख टन गेहूं का उत्पादन होता है और एक बड़ा हिस्सा घरेलू खपत में ही खप जाता है। 
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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