भारत से कपास निर्यात घटने व आयात बढऩे की संभावना

Monday, Feb 11, 2019 - 02:51 PM (IST)

जैतोः कपड़ा मंत्रालय के अनुसार भारत में पहली अक्तूबर 2018 से नए कपास सीजन की शुरूआत होती है। अब तक देश की मंडियों में लगभग 1 लाख 80  हजार गांठ कपास की आमद हो चुकी है जबकि आजकल देश में रोजाना लगभग 1.50 से 1.60 लाख गांठ कपास की आमद चल रही है। 

भारतीय स्पिनिंग मिलों तथा छोटे यूनिटों सहित रोजाना 85000 गांठों की खपत है। यह जानकारी देते हुए बसंत लाल बनारसी दास प्राइवेट लिमिटेड मुम्बई के डायरैक्टर विजय कुमार बांसल ने बताया कि चालू कपास सीजन के दौरान भारत से लगभग 20 लाख गांठ कपास निर्यात कम होगी, जबकि भारत में आयात पिछले साल के मुकाबले 8-9 लाख गांठ अधिक होगी। उनके अनुसार चालू कपास सीजन में कपास का कुल आयात 15 लाख गांठ से बढ़कर 23-24 लाख गांठ होने की संभावना है, जबकि कपास का निर्यात 20 लाख गांठ घटकर 49-50 लाख गांठ ही होने का अनुमान है। देश में फसल सीजन 2018-19 में कपास का उत्पादन अब घटकर 3.30 करोड़ गांठ (प्रति गांठ 170 किलोग्राम) होने के कयास लगाए गए हैं। 

दक्षिण राज्यों में कपास उत्पादन घटा 
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी.ए.आई.) के राष्ट्रीय प्रधान अतुल एस. गणात्रा के अनुसार तेलंगाना, कर्नाटक तथा आंध्र प्रदेश में इस बार कपास की तीसरी और चौथी पिकिंग (कपास चुगाई) न होने से अनुमानित उत्पादन में कमी आई है। इन राज्यों में इससे पहले तेलंगाना में 2.50 लाख गांठ कपास, कर्नाटक 2 लाख तथा आंध्र प्रदेश में 50 हजार गांठ उत्पादन घटने की आशंका जताई गई थी।

18% गुजरात में भी कम उत्पादन
गणात्रा के मुताबिक देश के सबसे बड़े कपास उत्पादक राज्य गुजरात में इस साल 18 प्रतिशत कम उत्पादन का अनुमान है। चालू सीजन वर्ष 2018-19 में गुजरात में 83.50 लाख गांठ कपास उत्पादन का अनुमान है, जबकि पिछले साल 2017-18 में वहां 101.80 लाख गांठ रूई का उत्पादन रहा था। उत्पादन कम होने का मुख्य कारण मौसम अनुकूल न होना माना गया है। गुजरात में मौसम लगातार गर्म होता जा रहा है जिस वजह से उत्पादन कम हुआ है और आगे भी घटने की आशंका है। 

फसल सीजन 2018-19 का उत्पादन अनुमान
सी.ए.आई. ने अपने ताजा कपास उत्पादन फसल सीजन 2018-19 में कपास का उत्पादन अब 330 लाख गांठ रहने का अनुमान जताया है। गुजरात में 83.50 लाख गांठ, महाराष्ट्र 77 लाख, तेलंगाना 45 लाख, मध्य प्रदेश 24.25 लाख, आंध्र प्रदेश 16 लाख, कर्नाटक 15 लाख, तमिलनाडु 5 लाख, पंजाब, हरियाणा व राजस्थान (उत्तरी जोन) 60 लाख, ओडिशा और अन्य राज्यों में 4.25 लाख गांठ उत्पादन की संभावना है। 


 

jyoti choudhary

Advertising