चीन में कोरोना वायरस फैलने से स्मार्टफोन उद्योग को आपूर्ति बाधित होने की आशंका

Wednesday, Feb 12, 2020 - 10:33 AM (IST)

नई दिल्लीः कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते भारतीय स्मार्टफोन उद्योग को कुछ उत्पादों की आपूर्ति बाधित होने का असर दिखना शुरू हो गया है। बाजार पर नजर रखने वालों ने यह बात कही। घरेलू स्मार्टफोन उद्योग मोबाइल के कलपुर्जों समेत अन्य चीजों के लिए चीन पर काफी हद तक निर्भर है। उद्योग चीन में बंद कारखानों के फिर से खुलने और इस सप्ताह किसी भी समय आपूर्ति शुरू होने पर करीब से नजर रख रहा है। 

इंडियन सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के चेयरमैन पंकज महिंद्रू ने बताया, "हां, उद्योग पहले से ही असर महसूस कर रहा है और कुछ उत्पादों एवं मॉडलों पर असर पड़ा है। अभी किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी क्योंकि कुछ चुनिंदा कारखानों के चरणबद्ध तरीके से फिर से उत्पादन शुरू करने की उम्मीद है।" उन्होंने कुछ भी विशेष जानकारियों देने से इनकार करते हुए कहा कि हम इस पूरे सप्ताह स्थिति पर नजर रख रहे हैं।

उद्योग से जुड़े लोगों ने माना कि जमीनी स्तर पर स्थिति खराब है क्योंकि चीन से भारी मात्रा में स्मार्टफोन से जुड़े सामग्रियों की आपूर्ति होती है। उन्होंने कहा कि इस बाजार में नरमी है और मांग में सुस्ती है। रियलमी ने ई - मेल से भेजे जवाब में कहा कि उसकी आपूर्ति श्रृंखला पर अभी असर नहीं पड़ा है और भारत में रियलमी के उत्पादन / स्टॉक पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। कंपनी ने कहा, "भारत में बिकने वाले रियलमी के सभी स्मार्टफोन यहीं बने हैं। कंपनी ने कहा कि वह स्मार्टफोन उद्योग पर प्रभाव की करीब से निगरानी कर रहा है। 

शिओमी, ओप्पो, वीवो और पोको ने आपूर्ति पर प्रभाव पड़ने को लेकर भेजे गए ई-मेल का जवाब नहीं दिया है। कोरोना वायरस प्रकोप का असर बार्सिलोना में होने वाले मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (एमडब्ल्यूसी) पर भी दिखने लगा है। मोबाइल कांग्रेस 24 से 27 फरवरी को होनी है। एरिक्सन , अमेजन, सोनी समेत अन्य बड़ी कंपनियों ने मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस से किनारा कर लिया है। वीवो ने मंगलवार को बयान में कहा कि वह कोरोना वायरस प्रकोप पर करीब से नजर रख रहा है और मोबाइल कांग्रेस और उसने उससे जुड़े अन्य कार्यक्रमों में कदम रखने से दूर रहने का फैसला किया है।  

jyoti choudhary

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