लगातार घट रही पारिवारिक बचत, 2 दशक के निचले स्तर पर आई

punjabkesari.in Tuesday, Oct 31, 2017 - 01:26 PM (IST)

मुम्बई: पारिवारिक बचत की दर लगातार घट रही है और यह 2016-17 में 2 साल के सबसे निचले स्तर पर आ गई है। सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) के अनुपात के रूप में पारिवारिक बचत वर्ष 2016-17 में चालू मूल्यों पर घटकर 18.5 प्रतिशत पर आ गई है। यह 1997-98 के बाद सबसे कम दर है। यह आंकड़ा 2015-16 में 19.2 और 2009-10 में 25.2 प्रतिशत के अपने सर्वोच्च स्तर पर था। शुरुआत में इस गिरावट की मुख्य वजह भौतिक बचत (रियल एस्टेट और सर्राफा में परिवार की बचत) में कमी थी, लेकिन अब वित्तीय बचत पर भी दबाव बना हुआ है।

वर्ष 2016-17 में 10 आधार अंक घटी जी.डी.पी. 
पारिवारिक वित्तीय बचत वर्ष 2016-17 में 10 आधार अंक घटकर जी.डी.पी. 7.8 प्रतिशत के स्तर पर आ गई, जो 2015-16 में 7.9 प्रतिशत थी। पिछले 2 वर्षों के दौरान वित्तीय बचत की दर में यह सालाना आधार पर पहली गिरावट है और यह पिछले 5 वर्षों के दौरान सबसे बड़ी गिरावट है। वर्ष 2009-10 में परिवारों की वित्तीय बचत जी.डी.पी. की 12 प्रतिशत थी। यह विश्लेषण बचतों के बीते वर्षों के आंकड़ों पर आधारित है, जिसका अनुमान केंद्रीय सांख्यिकी संगठन ने जारी किया है। वर्ष 2016-17 की बचतों का अनुमान एम.के. ग्लोबल फाइनैंशियल सॢवसेज से लिया गया है।

म्यूचुअल फंड योजनाओं में खुदरा धन की आवक सर्वोच्च स्तर पर
वित्तीय बचत में बैंक एवं गैर-बैंक जमाएं, बीमा फंड, प्रोविडैंट एवं पैंशन फंड और शेयर एवं डिबैंचर में प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष निवेश शामिल है। कुल पारिवारिक बचत भौतिक एवं वित्तीय बचतों के योग और परिवारों की देनदारी (बकाया ऋण) के घटाव से प्राप्त होती हैं। पारिवारिक बचत की दर में गिरावट ऐसे समय आ रही है, जब वित्तीय बाजार की घरेलू निवेशकों पर निर्भरता कई साल के उच्चतम स्तर पर है और म्यूचुअल फंड योजनाओं में खुदरा धन की आवक अपने सर्वोच्च स्तर पर है। एम.के. ग्लोबल फाइनैंशियल सॢवसेज के मुताबिक वर्ष 2016-17 के दौरान कुल पारिवारिक बचत में शेयरों और डिबैंचर में निवेश का हिस्सा 3.4 प्रतिशत रहा, जो 2009-10 के बाद सर्वाधिक है।  


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