सामान्य स्टाफ के मुकाबले 243 गुना कमाते हैं कम्पनियों के टॉप अधिकारी

Tuesday, Mar 20, 2018 - 09:42 AM (IST)

नई दिल्लीः औसत से ज्यादा वेतन वृद्धि के साथ-साथ कमिशन एवं बोनस की बड़ी रकम की वजह से भारतीय कम्पनियों के टॉप 100 सीनियर एग्जीक्यूटिव्स तेज रफ्तार से बढ़ रहे हैं। इन एग्जीक्यूटिव्स में प्रमोटर्स शामिल नहीं हैं। वित्त वर्ष 2017 में एग्जीक्यूटिव्स का ऐवरेज कॉम्पैंसेशन (औसत पारितोषिक) 12.1 प्रतिशत बढ़कर 9.8 करोड़ रुपए तक पहुंच गया।

कैपिटलाइन के आंकड़ों और सालाना रिपोर्टों के विश्लेषण से पता चलता है कि टॉप अधिकारियों का मध्यम वेतन आम कर्मचारियों की सैलरी से औसतन 243 गुना ज्यादा है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक सी.ई.ओ. और आम कर्मचारियों की औसत सैलरी का अनुपात अमरीका के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा है। वित्त वर्ष 2017 में भारतीय कर्मचारियों का मध्यम पारिश्रमिक पिछले वर्ष के मुकाबले 8.5 प्रतिशत बढ़कर 5,65,748 रुपए हो गया था।

वहीं वैश्विक कम्पनियों के सी.ई.ओ. की औसत सैलरी करीब 23.6 करोड़ रुपए थी तो भारतीय कम्पनियों के सी.ई.ओ. की औसतन 9.76 करोड़ रुपए। बी.एस.ई. 500 कम्पनियों के ऐसे प्रमोटरों सहित सीनियर एग्जीक्यूटिव्स की सैलरी वित्त वर्ष 2016 के मुकाबले 2017 में 43 से 84.8 प्रतिशत बढ़ गई जिन्होंने 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की है। बी.एस.ई. 500 कम्पनियों के 104 सीनियर एग्जीक्यूटिव्स का 
मेहनताना 10 करोड़ रुपए ज्यादा रहा। 

Punjab Kesari

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