कॉग्निजेंट में छंटनी का खतरा, कंपनी ने घटाया ''बेंच टाइम''
Saturday, Nov 23, 2019 - 04:42 PM (IST)
नई दिल्लीः आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी कॉग्निजेंट ने अपने कर्मचारियों के लिए बेंच टाइम 60 दिनों से घटाकर 35 दिन कर दिया है। इसका मतलब अगर कोई कर्मचारी लगातार 35 दिनों तक काम नहीं होने की वजह से काम नहीं करता है तो अगले दिन उसे कंपनी छोड़ने के लिए कहा जा सकता है। हालांकि कंपनी से निकलने के लिए उसे 60-90 दिनों का समय मिलता है।
बेंच टाइम का मतलब होता है जब कोई कर्मचारी अपनी कंपनी के लिए रेवेन्यू जुटाने में कोई योगदान नहीं करता है। मतलब वह किसी प्रॉजेक्ट का हिस्सा नहीं होता है, लेकिन कंपनी से उसे सैलरी मिल रही होती है। आईटी सेक्टर में ऐसा होता है कि ऐनालिस्ट, कंसल्टेंट और सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट (SME) रोल में काम करने वाले कर्मचारी प्रॉजेक्ट आधारित काम करते हैं। वे एक प्रॉजेक्ट का काम पूरा करने के बाद दूसरे प्रॉजेक्ट का इंतजार करते हैं। कंपनी के पास जब कोई नया प्रॉजेक्ट आता है तो फिर से वे काम पर लग जाते हैं।
आर्थिक सुस्ती के कारण कॉग्निजेंट ने कॉस्ट कटिंग की स्ट्रेटजी को अपनाया है। ऐसे में जो कर्मचारी बेंच टाइम का लाभ उठा रहे हैं, उन्हें सतर्क होने की जरूरत है, चाहे वह किसी भी कंपनी के लिए काम कर रहे हों। पिछले कुछ तिमाही में कंपनी की विकास दर में गिरावट आई है, जिसके कारण कंपनी अपनी स्ट्रेटजी बदल रही है।