लीक हुई रिपोर्ट में दावा, भारत में 45 साल में सबसे कम रोजगार

Saturday, Apr 13, 2019 - 12:29 PM (IST)

नई दिल्लीः रोजगार को लेकर विपक्ष अकसर सरकार पर निसान साधता रहता है। सरकार और विपक्ष दोनों ही अपने-अपने आंकड़े जनता के सामने रखते रहते हैं। NSSO डेटा लीक के बाद सामने आया था कि भारत में 45 साल में सबसे कम रोजगार हैं। अब एक और डेटा सामने आने से सरकार के दावों पर सवाल खड़े हो सकते हैं। 

बिजनेस स्टैंडर्ड ने NSSO के सालाना लेबर फोर्स सर्वे को कोट करते हुए कहा है कि देश के एक तिहाई राज्यों में बेरोजगारी का आंकड़ा 2017-18 के नैशनल ऐवरेज से ज्यादा है। पिछली बार यह सर्वे 2011-12 में किया गया था। उस समय भी इन 11 राज्यों में से सात में सबसे ज्यादा बेरोजगारी थी। ये सात राज्य बिहार, ओडिशा, उत्तराखंड, झारखंड, केरल, असम और हरियाणा हैं। 2017-18 के सर्वे में इसमें उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब और तमिलनाडु भी शामिल हो गए हैं। 

इस सर्वे के मुताबिक 2017-18 में बेरोजगारी की दर 6.1 प्रतिशत हो गई है जो कि 2011-12 में 2.2 फीसदी थी। इस सर्वे में दावा किया गया है कि केरल में सबसे ज्यादा 11.4 फीसदी बेरोजगारी है। इसके बाद हरियाणा, 8.6%, असम 8.1% और पंजाब 7.8% हैं। छत्तीसगढ़ में सबसे कम 3.3 फीसदी बेरोजगारी थी। 

इस सर्वे के मुताबिक गुजराते में बेरोजगारी की दर तेजी से बढ़ी है। यह 2011-12 के 0.5 फीसदी के मुकाबले 2-17-18 में 4.8 फीसदी हो गई है। डेटा में दिखाया गया है कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बेरोजगार युवकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। बताया गया है कि सुधार के मामले में पश्चिम बंगाल आगे है। 

बता दें कि NSSO के इस डेटा को सरकार ने रोककर रखा है। NSSO ने यह सर्वे जुलाई 2017 और जून 2018 के बीच किया था। इसके मुताबिक देश में 6.1 की बेरोजगारी दर 1972-73 के बाद सबसे ज्यादा है। इस रिपोर्ट के बारे में नीति आयोग की तरफ से कहा गया था कि सर्वे में अभी कमी रह गई है इसलिए अधूरी रिपोर्ट प्रकाशित नहीं की जा सकती। 

jyoti choudhary

Advertising