सिटी बैंक ने महंगाई को लेकर चिंता बढ़ाई, ग्रोथ में भारी गिरावट का लगाया अनुमान

punjabkesari.in Friday, Mar 11, 2022 - 02:31 PM (IST)

नई दिल्लीः एनर्जी की कीमत में तेजी के बीच भारत में महंगाई में लगातार उछाल आ रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के लिए बढ़ती महंगाई गंभीर चुनौती है। बदले वैश्विक हालात के बीच सिटी बैंक ने अगले वित्त वर्ष के लिए महंगाई दर का अनुमान बढ़ा दिया है। उसने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए महंगाई का अनुमान 70 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ाकर 5.7 फीसदी कर दिया है। उसने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा कि अगर कच्चे तेल का भाव 110-120 डॉलर प्रति बैरल के बीच में रहता है तो अगले वित्त वर्ष में भारत में औसत खुदरा महंगाई 6.3 फीसदी तक पहुंच जाएगी।

रिजर्व बैंक ने खुदरा महंगाई का लक्ष्य 4 फीसदी रखा है। इसमें 2 फीसदी का ऊपर-नीचे लिमिट है। इसका मतलब 6 फीसदी से ज्यादा महंगाई होने पर रिजर्व बैंक की चिंता बढ़ जाती है। सिटी बैंक की रिपोर्ट इस तरह रिजर्व बैंक की चिंता बढ़ाने वाली है। अगले महीने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक होने वाली है। RBI MPC की मीटिंग में महंगाई के मुताबिक इंट्रेस्ट रेट को लेकर फैसला लेता है। अगर महंगाई ज्यादा बढ़ जाती है तो मजबूरी में उसे इंट्रेस्ट रेट बढ़ाना होगा। धीमी ग्रोथ के कारण रिजर्व बैंक इंट्रेस्ट रेट बढ़ाने की स्थिति में नहीं है।

अगले फिस्कल में ग्रोथ रेट 7% तक घट सकता है
इधर सिटी बैंक ने ग्रोथ के अनुमान को 50 बेसिस प्वाइंट्स घटाकर 7.5 फीसदी कर दिया है। सिटी बैंक ने यह भी कहा कि अगर कच्चे तेल के भाव में कमी नहीं आती है तो अगले वित्त वर्ष में भारत का ग्रोथ रेट घटकर 7 फीसदी तक भी पहुंच सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगले वित्त वर्ष में भारत का औसत क्रूड ऑयल प्राइस 84 डॉलर प्रति बैरल रहेगा जो वित्त वर्ष 2021-22 में 67 डॉलर रहने का अनुमान है. सिटी ग्लोबल का मानना है कि यूक्रेन क्राइसिस के कारण कच्चे तेल में तेजी जारी रहेगी। वित्त वर्ष 2022-23 में औसत कीमत 119 डॉलर प्रति बैरल रह सकती है।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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