''चीन की वजह से भारत-पाकिस्तान व्यापार संभावनाओं पर आशंका के बादल''

Saturday, Jun 10, 2017 - 07:08 PM (IST)

कोलकाताः पाकिस्तान के राजनीतिक अर्थशास्त्री प्रो. एस अकबर जैदी ने आज कहा कि पाकिस्तान में चीनी निवेश पर बढ़ती निर्भरता से भारत-पाकिस्तान व्यापारिक संभावनाओं पर आशंका के बादल मंडराने लगे हैं। जैदी ने बंगाल चैम्बर में अपने भाषण के अवसर पर अलग से बातचीत में कहा, ‘‘फिलहाल आधिकारिक द्विपक्षीय व्यापार करीब 2.1 अरब डॉलर पर अटका पड़ा है। एेसे में, यदि पाकिस्तान सोचता है कि चीन उसका सबसे अच्छा दोस्त हे तो मुझे यह (भारत के साथ) द्विपक्षीय व्यापार अगले 5 साल में दोगुणा होता हुआ नजर नहीं आता है।’’   

उन्होंने कहा कि वैसे उनका मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 10 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार की संभावना है। उन्होंने संकेत दिया कि पिछले कुछ सालों से अमरीका द्वारा सहायता में कटौती करने और चीन के पाकिस्तान में आक्रामक निवेश योजना पर आगे बढऩे पर उनका देश इस ड्रैगन के करीब जा रहा है। जैदी ने कहा कि वैसे तो भारत के साथ पाकिस्तान का आधिकारिक द्विपक्षीय व्यापार 2.1 अरब डॉलर का है लेकिन तीसरे देश के मार्फत यह 4 अरब डॉलर तक है। उन्होंने कहा कि आशा है कि पाकिस्तान को बुनियादी ढांचे में चीन से 56 अरब डॉलर के निवेश से फायदा होगा लेकिन चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की आड़ में उसके सामने दंडवत हो जाने से रिणग्रस्तता में फंस सकता है।


 

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