चीन की इस कंपनी को खरीदने की रेस में अंबानी-मित्तल आमने-सामने

punjabkesari.in Monday, Apr 28, 2025 - 10:47 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः एशिया के दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी एक बार फिर बड़ी डील की तैयारी में हैं। चीन के फास्ट फैशन ब्रांड Shein के साथ करार के बाद अब अंबानी की नजर चाइनीज इलेक्ट्रॉनिक दिग्गज हायर (Haier) पर है। जानकारी के मुताबिक, मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) भारत में हायर की हिस्सेदारी खरीदने की दौड़ में शामिल हो गई है। भारत में कारोबार विस्तार की योजना बना रही हायर, किसी भारतीय कंपनी के साथ साझेदारी करना चाहती है, जिसमें अब तक सुनील भारती मित्तल का नाम सबसे आगे था लेकिन अब इस रेस में अंबानी भी उतर आए हैं।

हायर इंडिया हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में, रिलायंस की नजर

हायर अप्लायंसेज इंडिया, जो LG और सैमसंग के बाद भारतीय बाजार में तीसरे स्थान पर है, अपनी 25% से 51% तक हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। कंपनी का लक्ष्य MG मोटर्स की तरह एक ऐसा ढांचा बनाना है, जिसमें कोई भारतीय कंपनी सबसे बड़ी शेयरधारक हो।

सूत्रों के मुताबिक हायर इंडिया का वैल्यूएशन 2 से 2.3 बिलियन डॉलर के बीच आंका गया है, जिसमें कंट्रोलिंग प्रीमियम भी शामिल है। पिछले साल के अंत से ही हायर, सिटी (Citi) के साथ मिलकर बड़े फैमिली ऑफिस और प्राइवेट इक्विटी फंड्स से हिस्सेदारी बिक्री को लेकर बातचीत कर रही है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के बाद से चीनी कंपनियों का रुख बदल रहा है। अमेरिकी बाजार में बढ़ी लागत के चलते अब ये कंपनियां भारत में अपनी हिस्सेदारी बेचने और कारोबार बढ़ाने की रणनीति अपना रही हैं। इसी कड़ी में चीन की इलेक्ट्रॉनिक कंपनी हायर (Haier) भारत में बड़ी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है।

रिलायंस और मित्तल में मुकाबला

सूत्रों के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इस साल की शुरुआत में एक नॉन-बाइंडिंग ऑफर देकर इस रेस में एंट्री की। बताया जा रहा है कि रिलायंस के सलाहकारों ने सीधे हायर के मुख्यालय, चिंगदाओ (चीन) से संपर्क साधा है। वहीं, सुनील भारती मित्तल भी हाल ही में हायर के टॉप मैनेजमेंट से मुलाकात के लिए चीन पहुंचे थे।

रिलायंस रिटेल करेगी सौदा

जानकारी के मुताबिक, रिलायंस अपनी रिटेल यूनिट के जरिए इस संभावित अधिग्रहण को अंजाम देना चाहता है। रिलायंस पहले से ही बीपीएल और केल्विनेटर जैसे लाइसेंस प्राप्त ब्रांड्स के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबार में मौजूद है। हालांकि, रिलायंस के खुद के ब्रांड्स जैसे रीकनेक्ट और वाइजर को अपेक्षित सफलता नहीं मिली है।

इक्विटी स्ट्रक्चर का प्लान

हायर 45-48% तक हिस्सेदारी किसी भारतीय कंपनी को देने पर विचार कर रहा है। इसके अलावा 3-6% इक्विटी भारतीय कर्मचारियों और लोकल डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए रिजर्व रखी जाएगी, जबकि शेष हिस्सेदारी हायर अपने पास रखेगी। सूत्रों के मुताबिक, फाइनल स्ट्रक्चर अगले कुछ हफ्तों में तय किया जा सकता है। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Related News