ट्रंप की चाल से धीमी पड़ रही ड्रैगन की फुंकार

Friday, Oct 19, 2018 - 04:03 PM (IST)

नई दिल्लीः अमेरिका के साथ टैरिफ को लेकर जारी विवाद का असर अब चीन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर पर पड़ता दिख रहा है। चीन की आर्थिक विकास दर की रफ्तार वर्ष 2009 के बाद पहली बार इतनी सुस्त पड़ी है। चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिक्स के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में चीन की आर्थिक विकास दर उम्मीद से कम 6.5 प्रतिशत रही जबकि इससे पहले की दो तिमाहियों में यह क्रमश: 6.8 प्रतिशत और 6.7 प्रतिशत रही थी। 

अमेरिका के साथ जारी विवाद और चीन की सरकार पर बढ़ता कर्ज विकास दर में आई कमी का मुख्य कारक है। इस दौरान चीन में निवेश में भी गिरावट आई है। रेलवे, सड़क और राजमार्ग पर इस साल निवेश बहुत घट गया है। चीन में घट रही निवेश धारणा के कारण वहां का शेयर बाजार जनवरी में अपने उच्चतम स्तर को छूने के बाद अब तक करीब एक चौथाई लुढ़क चुका है। चीन की मुद्रा येन भी डॉलर की तुलना में 10 साल के न्यूनतम स्तर के करीब है। आधारभूत ढांचों में घटते निवेश में सुधार के लिए चीन की सरकार ने नए निवेश को बढ़ावा देने की योजना बनाई है। इसी सिलसिले में इस सप्ताह निजी कंपनियों ने आधारभूत ढांचा परियोजनाओं में 362 अरब डॉलर की 1,222 परियोजनाओं में निवेश की घोषणा की है।

उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने सितंबर में चीन के 200 अरब डॉलर के उत्पाद पर टैरिफ लागू करने की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद चीन में सितंबर में निर्यात में 14.5 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई जिसे देखकर वहां की सरकार ने दावा किया कि टैरिफ लागू करने का उसके निर्यात पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है लेकिऩ विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी कंपनियों ने नया टैरिफ लागू होने से पहले अपनी खरीद बढ़ा दी जिससे फिलहाल निर्यात का बिल बढ़ा दिख रहा है।

jyoti choudhary

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