चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना को हो सकता है करोड़ों डॉलर का नुकसानः विशेषज्ञ

Tuesday, Jun 23, 2020 - 04:56 PM (IST)

नई दिल्लीः चीन की महत्वकांक्षी परियोजना चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) को करोड़ों डॉलर का नुकसान उठाना पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान के रास्ते कॉरिडोर के निर्माण पर शुरुआती लागत 46 बिलियन डॉलर थी मगर अब बढ़कर उसका खर्च 87 बिलियन डॉलर हो गया है।

CPEC सड़कों, रेलवे और ऊर्जा परियोजनाओं का नियोजित नेटवर्क है, जो चीन के शिनजियांग प्रांत को पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। यरूशलेम पोस्ट के मुताबिक परियोजना का एक चौथाई काम पूरा हो चुका है। कॉरिडोर के कर्ज का हिस्सा 80 बिलियन डॉलर है। जिसका 90 फीसदी भार पाकिस्तान को उठाना होगा। पाकिस्तान चीन को ये रकम वापस करने की स्थिति में नहीं है। जिसका मतलब है पाकिस्तान धीरे-धीरे अपनी जमीन की संप्रभुता खो देगा।

CPEC परियोजना शुरू से ही विवादों में रही है। ग्वादर बंदरगाह के नजदीक रहने वाले और बलूच नागरिकों ने परियोजना का विरोध किया है। परियोजना के खिलाफ पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवा प्रांत की असेंबली में प्रस्ताव भी पास हो चुका है। पिछले महीने अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत रहे हुसैन हक्कानी ने भी परियोजना की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए थे। परियोजना को लेकर एक नया कानूनी समस्या भी चीन का पीछा कर रहा है।


 

jyoti choudhary

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