China News: रेयर अर्थ पर चीन का बड़ा ऐलान, कहा- नियमों के तहत मिलेगी निर्यात मंजूरी

punjabkesari.in Saturday, Dec 20, 2025 - 03:40 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः चीन ने बीते दिन बड़ा बयान देते हुए कहा कि वह नागरिक उपयोग (Civil Use) के लिए रेयर अर्थ मेटल्स के निर्यात को मंजूरी देगा। यह घोषणा ऐसे समय में आई है, जब भारत लगातार बीजिंग से रेयर अर्थ मेटल्स पर लगाए गए प्रतिबंध हटाने और इनकी सप्लाई दोबारा शुरू करने की मांग कर रहा है। रेयर अर्थ मेटल्स आधुनिक तकनीक से जुड़े कई अहम उत्पादों के निर्माण में बेहद जरूरी माने जाते हैं।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन (Guo Jiakun) ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि रेयर अर्थ मेटल्स से जुड़े निर्यात नियंत्रण कानूनों और नियमों के तहत ही फैसले लिए जा रहे हैं और इसका उद्देश्य किसी एक देश को निशाना बनाना नहीं है। उन्होंने साफ किया कि अगर निर्यात नागरिक उपयोग के लिए है और सभी नियमों का पालन किया जाता है, तो चीनी सरकार समय पर आवेदन को मंजूरी देगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चीन इन धातुओं का इस्तेमाल रक्षा उत्पादों के निर्माण के लिए नहीं करना चाहता।

बातचीत और सहयोग बढ़ाने को तैयार चीन

गुओ जियाकुन ने कहा कि चीन संबंधित देशों और क्षेत्रों के साथ संवाद और सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार है, ताकि वैश्विक औद्योगिक और सप्लाई चेन को स्थिर रखा जा सके। हालांकि उन्होंने यह भी जोर दिया कि मध्यम और भारी रेयर अर्थ धातुएं दोहरे उपयोग (Dual Use) वाली होती हैं, क्योंकि इनका इस्तेमाल नागरिक और रक्षा दोनों क्षेत्रों में किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि इसी वजह से इन धातुओं पर निर्यात नियंत्रण अंतरराष्ट्रीय प्रथाओं के अनुरूप है। यह कदम विश्व शांति, क्षेत्रीय स्थिरता और अंतरराष्ट्रीय अप्रसार (Non-Proliferation) प्रयासों के प्रति चीन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

निर्यात फिर से शुरू, लाइसेंस को मिली मंजूरी

इससे पहले गुरुवार को चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता हे याडोंग (He Yadong) ने पुष्टि की थी कि चीन ने रेयर अर्थ मेटल्स का निर्यात दोबारा शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय को कुछ चीनी निर्यातकों से सामान्य निर्यात लाइसेंस के लिए आवेदन मिले हैं, जिन्हें मंजूरी भी दी जा चुकी है।

रेयर अर्थ माइनिंग में चीन की पकड़

चीन दुनिया में रेयर अर्थ माइनिंग का करीब 70 फीसदी और प्रोसेसिंग का लगभग 90 फीसदी हिस्सा नियंत्रित करता है। ये धातुएं इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, पवन ऊर्जा और रक्षा उपकरणों के निर्माण में अहम भूमिका निभाती हैं। अमेरिका, यूरोपीय संघ और भारत, चीन से रेयर अर्थ मेटल्स आयात करने वाले सबसे बड़े देशों में शामिल हैं।

अमेरिका के साथ चल रहे टैरिफ विवाद के बीच चीन ने पहले रेयर अर्थ मेटल्स पर निर्यात नियंत्रण लगाए थे, जिससे वैश्विक सप्लाई पर दबाव बढ़ गया था। भारत से आई रिपोर्टों में ऑटोमोबाइल और अन्य उद्योगों में संभावित कमी को लेकर चिंता जताई गई थी। इसके बाद भारत ने द्विपक्षीय मंचों पर इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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