इस्पात शुल्कों को लेकर WTO पहुंचा चीन, अमेरिका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई

Tuesday, Apr 10, 2018 - 05:15 PM (IST)

जिनेवाः चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस्पात और एल्युमीनियम पर आयात शुल्क बढ़ाने के फैसले को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में चुनौती दी है। ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की सरकार के बीच व्यापार के संबंधित व्यापक मुद्दों पर मतभेद है और इसमें यह शुल्क भी शामिल है। ट्रंप ने प्रौद्योगिकी नीति को लेकर अलग से विवाद में चीन की 50 अरब डॉलर की वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाने की चेतावनी दी है।

चीन ने लगाया ट्रंप पर आरोप 
डब्ल्यूटीओ के मुताबिक , चीन ने इस्पात एवं एल्युमीनियम विवाद में अमेरिका के साथ 60 दिन के विचार विमर्श का आग्रह किया है। यदि यह विफल रहता है तो चीन अगले कदम के रूप में व्यापार विशेषज्ञों के पैनल से इस पर व्यवस्था देने का आग्रह कर सकता है। चीन का आरोप है कि ट्रंप का इस्पात पर 25 प्रतिशत और एल्युमीनियम पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने का फैसला अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियमों का उल्लंघन है।

क्‍या है अमेरिका-चीन का ट्रेड वॉर?  
गत 5 अप्रैल को अमेरिका ने चीनी प्रोडक्‍ट्स पर अतिरिक्त 100 अरब डॉलर का आयात शुल्क लगाने का प्रस्ताव रखा था। इससे पहले अमेरिका ने इसी सप्ताह 4 अप्रैल को चीन के करीब 1,300 उत्पादों पर 25 फीसदी आयात शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था। अगर बुधवार का प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो चीन को करीब 50 अरब डॉलर की झटका लगने वाला है। दूसरी ओर, अमेरिका के आयात शुल्क पर जवाबी कार्रवाई करते हुए चीन ने अमेरिका के 5000 करोड़ रुपए के उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने का फैसला किया था। वहीं, चीन अमेरिका से आयातित 106 उत्पादों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। चीन अमेरिका से आयात होने वाले सामानों में जिनमें प्लास्टिक, एग्री प्रोडक्ट, ऑटो प्रोडक्ट, सोयाबीन,कार और केमिकल्स पर अतिरिक्त आयात शुल्क लगाएगा।

jyoti choudhary

Advertising