देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार बोले- भारतीय अर्थव्यवस्था का सबसे बुरा दौर खत्म हुआ

Wednesday, Sep 02, 2020 - 05:20 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः कोरोना से देश की इकोनॉमी को बड़ा धक्का लगा है। मार्च के आखिरी हफ्तों से ही लागू हुए लॉकडाउन का सीधा असर देश की GDP ग्रोथ पर देखने को मिला है। मौजूदा वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में भारत की जीडीपी में 40 साल की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इस दौरान भारत की जीडीपी 23.9 फीसदी गिर गई। इस दौरान सिर्फ एग्रीकल्चर सेक्टर में ग्रोथ रही है। 

मुख्य आर्थ‍िक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था का सबसे बुरा दौर गुजर चुका है। अगस्त के दौरान कई सेक्टर्स कारोबार बढ़ने के संकेत मिले है। उन्होंने कहा, इस बात का संकेत है कि स्थिति पहले जैसा होने की दिशा में आगे बढ़ रही है। मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा, इन सभी संकेतों को देखते हुए साफ है कि स्थिति में सुधार हो रहा है और सबसे बुरा दौर गुजर चुका है। मैं ये बात डेटा के हिसाब से कह रहा हूं, ये मेरा ओपिनियन नहीं है।

अगस्त 2020 का लेवल पिछले साल अगस्त के बराबर रहा है। कई सेक्टर्स अप्रैल से बेहतर हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोयला, तेल, गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली के प्रोडक्शन में तेजी आई है। इनमें अप्रैल में रिकॉर्ड 38.1 प्रतिशत तक गिरावट देखी गई थी लेकिन अब धीरे-धीरे हालात सुधर रहे हैं। यह मई में -23.4 फीसदी रहा। सुधार की दिशा में यह -15 फीसदी जून में और जुलाई में -12.9 फीसदी पर आ गया।

मुख्य आर्थ‍िक सलाहकार ने बताया कि हम एक ऐसी घटना से गुजर रहे हैं जो 150 साल में एक बार घटित हो रही है लेकिन अर्थव्यवस्था में इतने बुरे हालात कोरोनावायरस की वजह से से पैदा हुए है। हालांकि, अब इस स्थिति से उबरने के रास्ते पर है। उन्होंने कहा, ये भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि रिकवरी स्पष्ट रूप से हो रही है। 

jyoti choudhary

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